इस्लामाबाद: पाकिस्तान के former Prime Minister इमरान खान (imran khan) अभी जेल में ही रहेंगे। पाकिस्तान की एक विशेष अदालत ने बुधवार को गोपनीय दस्तावेज लीक करने के मामले में इमरान खान की न्यायिक हिरासत 26 सितंबर तक बढ़ा दी है।
सरकार गिराने के लिए रची जा रही ‘अंतरराष्ट्रीय साजिश’
इमरान खान पर देश के खुफिया कानून का उल्लंघन करने का आरोप है। पिछले वर्ष मार्च में इमरान खान ने एक रैली में अपनी जेब से एक कागज निकालकर लहराया था। आरोप है कि वह कागज सरकारी गोपनीय दस्तावेज था। इमरान खान ने दावा किया था कि उनकी सरकार गिराने के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय साजिश’ रची जा रही है। हालांकि पूछताछ के दौरान इमरान खान ने इस बात से इनकार किया है कि जो कागज उन्होंने रैली में लहराया था, वह कोई सरकारी गोपनीय दस्तावेज था। इमरान खान ने ये भी कहा कि उनसे वह कागज खो गया है और उन्हें याद नहीं आ रहा है कि उन्होंने इसे कहां रखा है।
मामले की सुनवाई कर रहे जज अब्दुल हसनत जुल्कारनैन
तोशाखाना मामले में बीती पांच अगस्त से पंजाब की अटक जेल में बंद इमरान खान (imran khan) को इस्लामाबाद हाई कोर्ट से 29 अगस्त को रिहाई के आदेश मिले थे। इसके बाद उन्हें गोपनीय दस्तावेज लीक करने के मामले में जेल में ही रखने के आदेश हो गए थे। मामले की सुनवाई कर रहे जज अब्दुल हसनत जुल्कारनैन ने ही 29 अगस्त को इमरान खान को रिमांड पर रखने का आदेश दिया था। अब उन्होंने इमरान की न्यायिक हिरासत 26 सितंबर तक बढ़ा दी है। गोपनीय दस्तावेज लीक मामले में ही इमरान खान के करीबी सहयोगी और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी हिरासत में हैं। उनकी भी न्यायिक हिरासत 26 सितंबर तक बढ़ा दी गई है।