नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट को कांग्रेस ने सीधे शब्दों में ‘धोखे वाला बजट’ करार दिया है।
कांग्रेस का स्पष्ट कहना है कि वित्तमंत्री ने देश के लोगों को धोखा दिया है और इससे पहले कभी बजट से इतनी निराशा नहीं हुई।
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि इस बजट से काफी निराशा हुई और पिछले साल की तरह इस बजट की सच्चाई भी सामने आ जाएगी।
चिदंबरम ने कहा कि वित्त मंत्री सीतारमण ने भारत के लोगों खासकर गरीबों, कामकाजी तबके, मजूदरों, किसानों, स्थायी रूप से बंद हुईं औद्योगिक इकाइयों और बेरोजगार हुए लोगों को धोखा दिया है।
यही नहीं वित्त मंत्री का भाषण सुन रहे सांसदों समेत उन सभी लोगों को धोखा दिया, जिन्हें यह जानकारी नहीं थी कि पेट्रोल-डीजल समेत कई उत्पादों पर उपकर लगा दिया गया है।
वित्त मंत्री ने अपने भाषण में रक्षा समेत कई महत्वपूर्ण विषयों का उल्लेख नहीं किया।
उन्होंने कहा, ‘सरकार से बड़ी उम्मीदें थी कि खर्च में बढ़ोतरी की जाएगी ताकि निजी निवेश और उपभोग को बढ़ावा मिल सके, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि मामूली बढ़ोतरी हुई है जो 34,50,305 करोड़ रुपये से बढकर 34,83,236 करोड़ रुपये हो गया है।’
’पूर्व वित्तमंत्री ने कहा, ‘हमने रोज़गार सृजन के लिए सेक्टोरल एप्रोच की गुहार सरकार से कई बार लगाई। ना तो मनरेगा में फंड का कोई खाका दिखा, ना ही शहरी रोज़गार के साधन पैदा करने के लिए सरकार की गंभीरता दिखी। ये जॉबलेस ग्रोथ की तरफ एक और बजट है।’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार पर देशवासियों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘इस बजट को धोखेबाज बजट कहा जाना शी होगा।’
उन्होंने सरकार पर विनिवेश के जरिए सबकुछ बेचने का भी आरोप लगाया।सुरजेवाला ने कहा कि ‘मोदी सरकार के बजट में एयरपोर्ट से लेकर रेल, गोदाम से लेकर बंदरगाह, सड़क से लेकर रेल, बिजली ट्रांसमिशन लाइन से लेकर भेल तक सब सरकारी सम्पति बेच डालेंगे।’