पणजी: गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि कोविड-19 मामले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में खराब स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली और घटिया एसओपी के कारण बढ़ रहे हैं।
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री की ओर से लगाए गए आरोप से एक दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने दिल्ली और गोवा के बीच बिजली दरों की तुलना करते हुए गोवा के बिजली मंत्री नीलेश सेबरल को जमकर घेरा था। इसके साथ ही चड्ढा ने बिजली मंत्री को सार्वजनिक बहस (डिबेट) के लिए भी चुनौती दे डाली थी।
राणे ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, राघव चड्ढा से पूछें, अगर दिल्ली में स्वास्थ्य प्रणाली बहुत अच्छी है, तो दिल्ली में मामले क्यों बढ़ रहे हैं। क्या आपके पास दिल्ली में मामलों में हो रही बढ़ोतरी पर कोई जवाब है? इसके साथ ही राणे ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरते हुए कहा कि उनके पास सही एसओपी नहीं है।
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यहां सभी कोविड-19 रोगियों के लिए मुफ्त चिकित्सा की पेशकश की गई है।
गोवा में पिछले एक सप्ताह से कोविड-19 मामलों में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को 6,396 संक्रमण के मामलों के साथ नोवेल कोरोनावायरस के मामलों में वृद्धि देखी गई है।
राणे ने 2022 के राज्य विधानसभा चुनावों के बाद घरेलू उपभोक्ताओं को 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने के आप के वादे को लोगों को गुमराह करने का एक प्रयास करार दिया।
दरअसल आम आदमी पार्टी ने कहा है कि अगर वह गोवा में 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में आई तो वह 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त देगी।
उन्होंने कहा कि वे गोवा के लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। राणे ने कहा कि जो पार्टी 2017 के चुनावों में एक भी राज्य विधानसभा सीट जीतने में विफल रही, वह तटीय राज्य में अपना आधार नहीं बना पाएगी।