Jamshedpur Firing: पूर्वी सिंहभूम (Jamshedpur ) के बागबेड़ा में विजय उर्फ मोनू पर फायरिंग करने के मामले में पुलिस ने कोलकाता से नीरज दुबे, मो. चांद, डेविड टोप्पो, सिंटू सिंह और बृजेश कुमार पांडेय को जबकि जमशेदपुर से सुनील रजक को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इनके पास से एक रिपीटर बंदूक, चार देशी पिस्टल, एक देशी कट्टा और कुल 102 राउंड गोली बरामद किया है। सभी आरोपितों को बुधवार को जेल भेज दिया गया।
SSP किशोर कौशल ने बुधवार को बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सभी आरोपित कोलकाता में छिपे हुए हैं। इसके बाद DSP भोला प्रसाद सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
टीम ने कोलकाता पुलिस को मदद से कोलकाता के बागयूटी थाना क्षेत्र के लोकनाथ अपार्टमेंट (Loknath Apartment) में छापेमारी की। इस दौरान नीरज दुबे सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही एक आरोपित सुनील रजक को जमशेदपुर से ही गिरफ्तार किया है।
एसएसपी ने बताया कि कन्हैया सिंह और मोनू का पुराना विवाद था। स्टेशन के पार्किंग पर नीरज दुबे पर फायरिंग के मामले में मोनू का नाम आया था। इसी को लेकर नीरज और कन्हैया ने हाथ मिला लिया और मोनू की हत्या की प्लानिंग कर दी।
उन्होंने हत्या (Murder) के लिए चांद से संपर्क किया। एक हफ्ते पूर्व से ही फरार चल रहे आशीष ने रेकी की। घटनास्थल पर डेविड टोप्पो, चांद और सुनील रजक मौजूद थे। गोली चांद ने चलाई। घटना को अंजाम देने के बाद सभी सड़क मार्ग से कोलकाता चले गए। इसके लिए ब्रजेश पांडे ने मदद की थी। ब्रजेश ने ही हथियार को ठिकाने लगाया था ।
SSP ने बताया कि गिरफ्तार सभी अपराधी किसी ना किसी मामले में फरार चल रहे थे। सिंटू सिंह पर हत्या और Firing के कुल चार मामले दर्ज हैं।
डेविड पर भी तीन मामले दर्ज हैं। मो. चांद पर दो और सुनील पर एक जबकि नीरज पर दो मामले दर्ज हैं। ब्रजेश पांडे हत्या के मामले में सजायाफ्ता है और फिलहाल जमानत पर बाहर है।
SSP ने बताया कि सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ ही एक साथ दो मामलों का खुलासा हो गया। बागबेड़ा पर मोनू सिंह पर Firing और उलीडीह में गुड्डू पांडे पर फायरिंग का खुलासा किया गया है। सभी आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
गौरतलब है कि दो मई, 2024 की सुबह विजय उर्फ मोनू घर के बाहर पुट्टी मिस्त्री अनिल साहू को काम बता रहा था। इसी दौरान Bike सवार अपराधी ने मोनू पर ताबड़तोड़ Firing कर दी।
मोनू को दो गोली, पुट्टी मिस्त्री अनिल साहू और महिला ललिता देवी को एक-एक गोली लगी थी। मामले में पुलिस ने कुछ दिनों पूर्व मुख्य साजिशकर्ता कन्हैया सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।