कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले छिड़े घमासान के बीच मीडिया समूह के एक आयोजन में गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे।
इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बंगाल को लेकर बेबाक राय रखी।
साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा।
अमित शाह ने कहा कि, ‘मैं बंगाल में ममता सरकार को उखाड़ने ही आया हूं।
संभालने नहीं आया हूं। यहां बीजेपी की सरकार तभी आ सकती है, जब टीएमसी सरकार को उखाड़कर फेंक दिया जाए।
ममता जी की सरकार ठीक से नहीं चल रही है, जनता इस सरकार को उखाड़कर फेंक देगी।
हमारी ममता दीदी से कोई कड़वाहट नहीं है। मगर उनके राज में भ्रष्टाचार हो रहा है उससे उन्हें चिढ़ होती है तो कोई क्या कर सकता है।’
दागी नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि बीजेपी में आए नेताओं पर चल रहे मामले खत्म नहीं हुए।
किसी को भी पार्टी में शामिल करने से पहले तीन स्तरों पर जांच की जाती है।
उसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उसे अप्रूव करते हैं।
अमित शाह ने हिंसा पर बात करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार आएगी तो पाताल से भी टीएमसी के गुंडों को खोज निकालेंगे।
किसानों के मुद्दे पर अमित शाह ने कहा, ‘मैं बंगाल के किसानों से कहना चाहता हूं कि हमारी सरकार बनने के बाद हम यहां के किसानों को उनका बकाया 12,000 रुपये भी देंगे और 6,000 रुपये की नई किस्त भी देंगे।
अमित शाह ने कहा कि बंगाल के किसान चिंता न करें।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद हम 12 हजार रुपये किसानों को लौटाएंगे।
अमित शाह ने कहा कि पीएम किसान निधि की राशि सरकार सीधे किसानों के खाते में डालती है।
इसके लिए किसानों की सूची, उनकी बैंक डिटेल चाहिए होती, ममता जी को पूछिए की कितनी डिटेल उन्होंने भेजी हैं ?
सिर्फ एक चिठ्ठी उन्होंने भेजी है। अमित शाह ने कहा कि परिवर्तन यात्रा नाम रखने के पीछे बीजेपी का मकसद केवल मुख्यमंत्री, सत्ता या किसी मंत्री को बदलना नहीं है।
हमारा मकसद है बंगाल की स्थिति में बदलाव लाना है।
स्थिति में बदलाव तब होता है, जब जन जन के अंदर इच्छा और आकांक्षा हम जगाएं कि लोकतांत्रिक तरीके से जो गलत चल रहा है, उसको रोके और कुछ अच्छा करें।
मुझे लगता है कि बंगाल में सरकार बनाने के बाद हिंसा की संस्कृति बदल जाएगी।
यह बंगाल की संस्कृति नहीं है, लेकिन पिछले 30-35 वर्षों में इस संस्कृति का विकास हुआ है।
अमित शाह ने बंगाल में बीजेपी सरकार बनाने को लेकर पूरा भरोसा जताया।
उन्होंने कहा कि 200 से ज्यादा सीटों के साथ बीजेपी पूर्ण बहुमत की सरकार यहां बनाने जा रही है। ये निश्चित है।
उन्होंने कहा कि लोग सोचेंगे कि ये आदमी कैसे-कैसे बोलता है, लेकिन पूर्ण आत्मविश्वास के साथ कह रहा हूं कि बीजेपी पूरे बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है।
बंगाल की जनता बीजेपी साथ है। गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून पर भी अपनी राय रखी।
उन्होंने कहा कि सीएए देश की संसद का बनाया हुआ कानून है, इसका कार्यावन्यन होना है और शरणार्थियों को नागरिकता मिलनी है। उन्होंने कहा कि हमारे पास घुसपैठ का मुद्दा है।
ममता सरकार अर्थव्यवस्था सहित हर मोर्चे पर फेल है, वो हमारा मुद्दा, शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है, वो हमारा मुद्दा है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर अमित शाह ने कहा कि अब ममता बनर्जी को इसे लागू नहीं करना है, ये काम उन्हें करना है।
अमित शाह ने कहा कि अप्रैल के बाद सीएए हमें लागू करना है, सरकार बदल जाएगी अब उनको ये काम नहीं करना है।
सीएए को देश की संसद ने बनाया है और इसे लागू किया ही जाएगा। शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी।
ओवैसी के सीएए के खिलाफ फिर से प्रदर्शन शुरू करने पर अमित शाह ने कहा कि लोकतंत्र में सबको प्रदर्शन का अधिकार है।
हालांकि उन्होंने इन आरोपों को खारिज कर दिया कि ओवैसी बीजेपी के कहने पर बंगाल में चुनाव लड़ने आ रहे हैं।
अमित शाह ने कहा कि हम ऐसा कैसे कहें कि असदुद्दीन ओवैसी आप सिर्फ हैदराबाद में चुनाव लड़िए।
देश का संविधान बदल दें क्या? हर एक शख्स और पार्टी को आजादी है कि वो अपना विस्तार करे।