Hemant Soren Handed Appointment letters: मुख्यमंत्री Hemant Soren ने कहा कि राज्य में नियुक्तियों का कारवां लगातार आगे बढ़ रहा है।
कोई भी ऐसा महीना नहीं होगा, जब नियुक्ति पत्र वितरण समारोह (Appointment letter distribution ceremony) आयोजित ना हुआ हो। नियुक्तियों की इसी क्रम में आज एक और अहम कड़ी जुड़ने जा रही है।
लगभग 500 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियो को नियुक्ति पत्र मिल रहा है। इस तरह अब आप सभी सरकार के अभिन्न अंग के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को निभाएंगे।
मुख्यमंत्री ने साेमवार काे झारखंड मंत्रालय में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कही।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मुंबई में प्रस्तावित झारखंड भवन और 220/ 33 केवी ग्रिड सब-स्टेशन पकरीबरवाडीह का भी ऑनलाइन शिलान्यास कर ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के प्रति प्रतिबद्धता जताई।
इस राज्य की जनता के प्रति जो जिम्मेदारी मिली है उसपर खरा उतरें
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों से कहा कि झारखंड देश के सबसे गरीब एवं पिछड़े राज्य में गिना जाता है।
आपकी नियुक्ति स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए हुई है। आप सभी को राज्य के सुदूर और दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में काम करने का मौका मिल रहा है।
मेरा आप सभी से यही कहना है कि इस राज्य की जनता के प्रति जो आपको जिम्मेदारी मिली है, उस पर आप खरा उतरने का प्रयास करें ।
अपनी सेवा पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाएं, ताकि ग्रामीणों का आप पर विश्वास बना रहे। इससे इस राज्य की व्यवस्था को मजबूत करने में हमें मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने का लगातार हो रहा प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। सिर्फ बिल्डिंग खड़ा कर देने से स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर नहीं बनाया जा सकता है। इसके लिए अस्पतालों में पर्याप्त चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों और इलाज से संबंधित समुचित सुविधाओं को उपलब्ध कराना जरूरी है।
इसी बात को ध्यान में रखकर हमारी सरकार स्वास्थ्य से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठा रही है।
आज चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों की नियुक्ति, आधुनिक चिकित्सीय संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ अस्पतालों के रखरखाव और मरम्मत की भी समुचित व्यवस्था है । राज्य के गरीब तथा जरूरतमंद लोगों के लिए कई स्वास्थ्य योजनाएं संचालित हैं। हमारी कोशिश राज्य के लोगों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में बढ़ चुके हैं कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है। इस सिलसिले में विश्व पटल पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी बेहतर सेवा देने के लिए पहचान बनाने वाले निजी क्षेत्र के संस्थानों का सहयोग ले रहे हैं।
इसी कड़ी में अपोलो अस्पताल का शिलान्यास हाल में संपन्न हुआ है। वहीं, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से राजधानी रांची के इटकी में वर्ल्ड क्लास मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनाया जा रहा है । मुझे विश्वास है कि यहां के लोगों को बहुत जल्द इलाज के लिए दूसरे प्रदेशों के बड़े अस्पतालों का रुख नहीं करना पड़ेगा। उन्हें अपने ही राज्य में बेहतर और आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
क्रिटिकल बीमारियों का भी इलाज इस राज्य में संभव हो, हो रहा प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कई नई बीमारियां हमारे लिए चुनौती बनी हुई है। कॉविड-19 के बाद से हम लगातार स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसी कड़ी में गंभीर बीमारियों का भी इलाज इस राज्य में संभव हो, इसके लिए प्रयास जारी है।
इसके लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रहे निजी संस्थाओं, संस्थाओं और अस्पतालों के सहयोग से इलाज से संबंधित आधुनिक सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश लगातार जारी है।
नर्सिंग के क्षेत्र में पुरुषों को भी सेवा करने का मिल रहा मौका
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्य तौर पर नर्सिंग से महिलाएं और युवतियां जुड़ी होती हैं लेकिन मेरा मानना है कि नर्सिंग में पुरुषों की भी भागीदारी होनी चाहिए।
इसीलिए नर्सिंग संस्थानों में पुरुषों का दाखिला सुनिश्चित करने का निर्णय सरकार ने लिया है। पुरुष और महिला समान रूप से नर्सिंग के क्षेत्र में कार्य करेंगे तो मरीजों को और बेहतर सेवा मिलेगी।
एयर एंबुलेंस की सेवा भी उपलब्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा मरीजों की बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में कई कड़ियां जुड़ चुकी हैं।
सरकार के द्वारा Air ambulance की सेवा भी किफायती दर पर उपलब्ध कराई गई है, ताकि गंभीर मरीजों को इमरजेंसी में इलाज के लिए बाहर ले जाने की जरूरत पड़े तो उन्हें परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
इस अवसर पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह और अभियान निदेशक अबू इमरान उपस्थित थे।