ढाका: बांग्लादेश शुक्रवार को अपनी आजादी की 50वीं सालगिरह मना रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति एम अब्दुल हामिद और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 1971 के मुक्ति संग्राम के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
द डेली स्टार न्यूजपेपर की रिपोर्ट के मुताबिक, सावर में राष्ट्रपति हामिद ने प्रधानमंत्री के बाद राष्ट्रीय स्मारक की वेदी पर माल्यार्पण किया। इसके बाद युद्ध पीड़ितों के सम्मान में उन्होंने कुछ समय तक के लिए मौन रखा।
इस अवसर पर बांग्लादेश की सेना, नेवी और एयरफोर्स की टुकड़ी ने स्टेट सैल्यूट दिया, जबकि बिगुल बजाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।
इस मौके पर बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की छोटी बेटी शेख रेहाना, जातीय संसद की स्पीकर शिरीन शर्मिन चौधरी, मुख्य न्यायाधीश सैयद महमूद हुसैन, अवामी लीग के वरिष्ठ नेता और नागरिक और सेना के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए समारोह में स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का भली-भांति ख्याल रखा गया।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेने के लिए ढाका पहुंचे हुए हैं।
पीएम मोदी मुख्य अतिथि के रूप में ढाका में आयोजित समारोह के मुख्य आयोजन स्थल नेशनल परेड ग्राउंड में राष्ट्रपति हामिद और प्रधानमंत्री हसीना के साथ शामिल होंगे।
इस साल बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी भी है, जिन्होंने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश मुक्ति संग्राम का नेतृत्व किया था।
बंगबंधु ने 26 मार्च को यहां आजादी की घोषणा की थी।