मुंबई: छह संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र के सभी प्रमुख ठिकानों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।
गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि दिल्ली में छह संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद मुंबई में गणेशोत्सव के मद्देनजर महत्वपूर्ण ठिकानों पर पुलिस सतर्क है।
अन्य शहरों के प्रमुख ठिकानों पर भी पुलिस को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने राजनीतिक दलों को इस मामले पर राजनीति से परहेज करने की सलाह दी है।
गृहमंत्री पाटिल ने आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई थी।
बैठक के बाद गृहमंत्री ने पत्रकारों को बताया कि दिल्ली पुलिस की ओर से पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों में एक जान मोहम्मद उर्फ समीर कालिया महाराष्ट्र का है।
उस पर 2001 में मामला दर्ज किया गया था। इससे पहले मुंबई पुलिस कई बार अन्य राज्यों में जाकर आतंकियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
कई बार बाहर से आई पुलिस स्थानीय पुलिस को सूचना देती है और कई बार खुद अपने बल पर कार्रवाई करती है।
गृहमंत्री पाटिल ने मुंबई में दिल्ली पुलिस आयुक्त की मौजूदगी पर कहा कि वे अपने काम से आए हैं। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने उनसे मिलने का कोई समय नहीं मांगा है।
गृहमंत्री ने कहा कि इस घटना के बाद कई लोग पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं, जो गलत और निराधार है। इस समय लोगों को बयानबाजी की बजाय पुलिस को सहयोग करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने छह संदिग्ध आतंकियों में से चार को बुधवार को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। आज सुबह इन चार संदिग्धों को कोर्ट में पेश किया गया था।
कोर्ट ने जिन संदिग्धों को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा है उनमें जान मोहम्मद शेख, ओसामा, मूलचंद और मोहम्मद अबू बकर शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को छह संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक इनमें से दो संदिग्ध पाकिस्तान से आतंकी ट्रेनिंग लेकर लौटे थे।
इनके निशाने पर दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कई अन्य राज्यों के प्रमुख शहर थे। स्पेशल सेल के मुताबिक इन संदिग्धों को अंडरवर्ल्ड से पैसे मिले थे।