रांची: कोरोना वायरस का संक्रमण कम क्या हुआ कि अब राज्यभर में वायरल अटैक हो गया है। जी हां, बरसात के मौसम में राज्यभर के अस्पतालों में वायरल फीवर के मरीजों की बाढ सी आ गई है।
आलम ये है कि पहले की अपेक्षा इन दिनों दोगुना संख्या में मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।
रांची के रिम्स और सदर अस्पतालों में 90 परसेंट से ज्यादा वायरल फीवर के मरीज भर्ती हैं। खासकर बच्चे वायरल फीवर की चपेट में ज्यादा आ रहे हैं। अस्पतालों में लगातार मरीज भर्ती हो रहे हैं।
सदर अस्पताल में ढाई सौ से ज्यादा मरीज
रांची के सदर अस्पताल में करीब 261 मरीज भर्ती हैं। वर्तमान में करीब सौ से अधिक मरीज ऐसे हैं जिनमें वायरल फीवर के लक्षण हैं।
टाइफाइड के चार से पांच मरीज आए थे, जिन्हें छुट्टी दे दी गई है। अभी गंभीर चिंता वायरल फीवर के साथ भर्ती बच्चों की है।
छोटे बच्चे अधिक वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं।
सदर के मेटरनिटी, एसएनसीयू, पीकू, न्यू बोर्न चाइल्ड यूनिट में सबसे अधिक मरीज भर्ती हैं। मेडिसिन यूनिट में मात्र आठ मरीज भर्ती हैं।
सीएचसी बेड़ो में भी मरीज
सीएचसी बेड़ो में केवल वायरल फीवर के कुछ रोगी इलाज के लिए सोमवार को पहुंचे। इस संदर्भ में सीएचसी बेड़ो की चिकित्सा प्रभारी डॉ सुमित्रा कुमारी ने बताया कि यहां मलेरिया, डायरिया, टाइफाइड और वायरल फीवर के रोगियों के उपचार की पर्याप्त व्यवस्था है।
कुछ रोगियों में सिंपल लूज मोशन की शिकायतें मिली हैं।
उन्होंने कहा कि मलेरिया से बचने के लिए हमें मच्छरदानी का प्रयोग, आसपास की झाड़ियों और नालियों की सफाई के साथ.साथ उस पर ब्लीचिंग पाउडर की छिड़काव करना चाहिए।
सिल्ली पीएचसी में डेली पहुंच रहे मरीज
सिल्ली पीएचसी में प्रतिदिन मरीज पहुंच रहे हैं। अधिकतर मरीज वायरल फीवर के ही आ रहे हैं। अस्पताल के एमपीडब्ल्यू सुरेंद्र कुमार महतो ने बताया कि इस केंद्र में वायरल के जितने मरीज आ रहे हैं, उनमें दस दिनों तक तेज बुखार देखा जा रहा है।