Raksha Bandhan : हर बहन अपने भाई की लंबी उम्र के लिए सावन माह की पूर्णिमा को रक्षा बंधन का त्यौहार (Raksha Bandhan Festival) मनाती है। यह त्यौहार भाई-भं के अटूट और पवित्र रिश्ते का प्रतीक होता है।
है इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई अपनी ख़ुशी से उन्हें नेग देते हैं। बता दें कि इस वर्ष रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) 2 दिन मनाया जाएगा।
कब होगा रक्षाबंधन इस वर्ष
पंचांग के अनुसार 2023 में रक्षाबंधन 30 और 31 अगस्त दो दिन मनाया जाएगा। मान्यताओं के अनुसार अगर पूर्णिमा (Purnima) पर भद्रा का साया हो तो राखी नहीं बांधी जा सकती है। उसके बाद ही राखी बांधना शुभ होता है।
इस वर्ष के लिए रक्षाबंधन का मुहूर्त
इस वर्ष पूर्णिमा तिथि सुबह 10 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगी और 31 अगस्त तक सुबह 7 बजकर 46 मिनट तक चलेगी। इसी के साथ 30 अगस्त के दिन ही 10:13 पर भद्रकाल भी शुरू हो जाएगा और ये रात को 8 बजकर 47 तक रहेगा।
इस वजह से भद्रकाल समाप्त होने पर ही राखी बांधी जाएगी। भद्रा (Bhadra) की वजह से राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दिन में नहीं है इसलिए 30 अगस्त को रात 9 बजे के बाद और 31 अगस्त को सुबह 7 बजे से पहले राखी बांधी जाएगी।
क्या होता है भद्राकाल
भद्रा काल के समय राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता। कहते हैं इस समय राखी बांधने से भाई-बहन (Brother And Sister) दोनों के जीवन पर बुरा असर पड़ता है।
मान्यता है कि शूर्पणखा (Shurpanakha) ने अपने भाई रावण को भी भद्रा काल में राखी बांध दी थी और इस वजह से ही उसके पूरे कुल का सर्वनाश हो गया।