रांची: मुख्यमंत्री (Chief Minister) के प्रतिनिधि विनय कुमार चौबे से सहायक अध्यापकों (Para Teacher) के शिष्टमंडल ने शनिवार की शाम को मुलाकात की।
चौबे ने शिष्टमंडल को वेतनमान के मुद्दे पर अगले सप्ताह मुख्यमंत्री से बात कराने का आश्वासन दिया।
उन्होंने अनुकंपा के प्रावधान को शिथिल करने, EPF लागू करने, CTET को जेटेट का लाभ देने, केस वापसी जल्द करने, आकलन परीक्षा 100 अंकों का करने आदि समस्याओं के जल्द समाधान का यकीन दिलाया।
वेतनमान पर 30 जून तक पहल नहीं हुई तो आंदोलन
शिष्टमंडल ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि 30 जून तक मुख्यमंत्री ने वेतनमान (Pay Scale) के मुद्दे पर पहल नहीं कि तो 02 जुलाई को राज्य इकाई की बैठक कर आंदोलन किया जाएगा।
शिष्टमंडल में विनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, हृषिकेश पाठक, दशरथ ठाकुर, प्रद्युम्न कुमार सिंह (सिंटू) सहित अन्य शिक्षक शामिल थे।
मुख्यमंत्री आवास घेराव करने पहुंचे थे सहायक अध्यापक
बता दें कि शनिवार को एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले राज्य के सभी 24 जिलों से लगभग 15 हजार से अधिक सहायक अध्यापक मुख्यमंत्री आवास घेरने मोरहाबादी (Morhabadi) मैदान में जुटे।
वहां से जुलूस की शक्ल में मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़े। थोड़ी दूर आगे बढे दो पुलिस प्रशासन ने रोक दिया।
इसके बाद सहायक अध्यापकों ने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
इस बीच मुख्यमंत्री ने बतौर प्रतिनिधि विनय कुमार चौबे को शिष्टमंडल से वार्ता के लिए अधिकृत किया।
इसके बाद विनय कुमार चौबे ने एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के शिष्टमंडल से वार्ता की।
पारा शिक्षकों की मुख्य मांगें
- पूर्व की सरकार द्वारा आंदोलन के क्रम में रांची तथा राज्य के विभिन्न थानों में सहायक अध्यापक एवं परिजनों पर दर्ज मुकदमे को वापस ले।
- 01 जनवरी 2023 से 4% मानदेय वृद्धि के लाभ का एरियर भुगतान करे।
- सहायक अध्यापकों का विभिन्न कारणों से पूर्व के वित्तीय वर्षो का बकाया मानदेय भुगतान करे।
- आकलन परीक्षा का आयोजन संघीय वार्ता में तय समझौते के अनुसार तत्काल करे।
- सहायक प्राचार्य नियुक्ति नियमावली में संशोधन करने आदि मांगों की पूर्ति अत्यावश्यक है।
- राज्य के सभी सहायक अध्यापकों को वेतनमान देने एवं विभिन्न समस्याओं यथा ईपीएफ का लाभ दे।
- अनुकम्पा के वर्तमान प्रावधान को शिथिल करते हुए मृत सहायक अध्यापक के परिजनों को लाभ दे।
- सेवानिवृत्त सहायक अध्यापकों को लाभ दे
- CTET को JTETके समकक्ष मान्यता दे
- अप्रशिक्षित सहायक अध्यापकों को प्रशिक्षण पूर्ण करने हेतु एक अवसर प्रदान करे।