नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से भारत में 12 हजार रुपए से कम कीमत वाले चाइनीज Smart Phone के बैन होने की चर्चाओं को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने विराम लगा दिया है।
हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि भारतीय Phone की बिक्री का बहिष्कार या उसकी बिक्री पर असर पड़ा तो चाइनीज फोन (Chinese Phone) पर कोई न कोई कदम उठाया जाएगा।
बहरहाल, फिलहाल अभी कोई ऐसी पुख्ता जानकारी नहीं आई कि चाइनीज फोन को भारत में बैन किया जा रहा है।
इन फोन के बंद होने की थी चर्चाएं
दरअसल, हाल ही में भारत में 12,000 रुपये से कम कीमत वाले चाइनीज फोन (Chinese Phone) को भारत में बैन किए जाने की खबर थी। दावा किया जा रहा था कि सरकार ने Lava, Micromax जैसी घरेलू कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए यह फैसला लिया है। हालांकि अब केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर इस दावे को खारिज कर दिया है।
भारतीय बाजार पर चाइनीज कंपनियों के कब्जे से बढ़ी चिंता
बता दें कि भारत इस समय दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा Smart Phone बाजार है, लेकिन इसपर चाइनीज कंपनियों का कब्जा है। घरेलू कंपनियां इन चाइनीज कंपनियों के आगे टिक नहीं पा रही है। मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरप्वाइंट (Market Research Firm Counterpoint) के अनुसार भारत में 12,000 रुपये से कम कीमत में बिकने वाले फोनों में 80 फीसदी फोन चाइनीज कंपनियों के होते हैं।
यानी की भारत के मिड सेगमेंट और बजट सेगमेंट स्मार्टफोन बाजार में Chinese Companies के स्मार्टफोन का बोलबाला है।
उंटरप्वाइंट के अनुसार 150 डॉलर से कम के Smart Phone ने जून 2022 तक तिमाही के लिए भारत की बिक्री में एक तिहाई का योगदान दिया और इसमें चाइनीज कंपनियों का शिपमेंट 80% तक रहा है। बहरहाल, सरकार भी भारतीय सामान की बिक्री को बढ़ाने देने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही है। उसकी क्वालिटी में काफी हद तक सुधार भी किया जा रहा है।