Showing trends of election results is meaningless: मुख्य निर्वाचन आयुक्त Rajeev Kumar ने समाचार चैनलों द्वारा मतगणना के दिन शुरुआती रुझान (Election results) दिखाने के चलन को ‘‘निरर्थक’’ करार देते हुए मंगलवार को कहा कि Channels पर रुझान सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर ही प्रसारित होने लगते हैं जबकि मतों की गिनती सुबह 8.30 बजे शुरू होती है।
कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि EXIT POLL (चुनाव बाद सर्वेक्षण) उम्मीदें बढ़ाकर बहुत बड़ा भटकाव पैदा करते हैं और यह मीडिया, खासकर Electronic Media के लिए आत्मनिरीक्षण का विषय है।
उनका कहना था, ‘‘हम एग्जिट पोल को नियंत्रित नहीं करते हैं, लेकिन आत्मनिरीक्षण की जरूरत है। सैंपल साइज क्या था? सर्वे कहां हुआ? नतीजे कैसे आए ? और अगर मैं उस नतीजे से मेल नहीं खाता तो मेरी क्या जिम्मेदारी है?, इन बातों को सभी को देखने की जरूरत है।’’
संगठनों को कुछ स्व-नियमन करना चाहिए
CEC ने कहा कि समाचार प्रसारण और डिजिटल मानक प्राधिकरण जैसे संगठनों को कुछ स्व-नियमन करना चाहिए।
उन्होंने Exit poll का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मतगणना मोटे तौर पर चुनाव खत्म होने के तीसरे दिन होती है। शाम 6 बजे से उम्मीदें बढ़ जाती हैं, लेकिन इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।’
कुमार ने कहा, ‘‘जब गिनती शुरू होती है, तो परिणाम (मीडिया में) सुबह 8:05 और 8:10 बजे से आना शुरू हो जाते हैं। यह बकवास है। मेरी (वोटों की) गिनती सुबह 8:30 बजे शुरू होती है। मीडिया एग्जिट पोल को सही ठहराने में जुटा है।’’
CEC ने कहा कि चुनाव आयोग अपनी Website पर सुबह साढ़े नौ बजे से दो घंटे के अंतराल पर रुझान या नतीजे Website पर डालना शुरू कर देता है।
कुमार ने कहा कि मतगणना केंद्रों पर किसी मीडिया संगठन के संवाददाता को परिणाम जल्दी मिल सकते हैं, लेकिन चुनाव अधिकारी को स्क्रीन पर परिणाम प्रदर्शित करना होगा, मतदान एजेंटों से उस पर हस्ताक्षर करवाना होगा और पर्यवेक्षकों से सत्यापित कराना होता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में आधे घंटे का समय लग जाता है।