म्यांमार के कोको द्वीप पर चीन का सीक्रेट सैन्य अड्डा! सैटेलाइट तस्वीरों ने भारत की बढ़ाई चिंता

क्योंकि ये हिंद महासागर (Indian Ocean) में एंट्री के लिए सबसे उपयुक्त रास्ता है। चीन इस तरह से भारत को घेरने की पूरी कोशिश कर रहा है

News Desk

Myanmar Base : China का जिक्र आते ही सबसे पहले ख्याल में इसकी विस्तारवादी नीति (Expansionist Policy) आती है। यही कारण है कि केवल भारत (India) ही नहीं बल्कि हर पड़ोसी देश इससे ख़फा रहता है।

फर्म मैक्सर टेक्नोलॉजीज (firm Maxar Technologies) ने कुछ सैटेलाइट तस्वीरें (Satellite Photos) जारी की हैं। इसमें म्यांमार स्थित कोको द्वीप समूह (Coco Islands) में निर्माण होता नजर आ रहा है।

हालांकि इसके पीछे चीनी चाल है या फिर Myanmar ही इसे बनवा रहा है, इसमें संदेह है। लेकिन भारत के लिए ये चिंता की बात है।

म्यांमार के कोको द्वीप पर चीन का सीक्रेट सैन्य अड्डा! सैटेलाइट तस्वीरों ने भारत की बढ़ाई चिंता- China's secret military base on Myanmar's Coco Island! Satellite pictures increased India's concern

चीन ने हमेशा भारत की पीठ पर छुरा भोका

ये एक ह्यूमन नेचर (Human Nature) है कि अगर आपका दुश्मन और धोकेबाज शख्स कुछ भी करेगा तो उसमें आपको संदेह की बू आएगी। भारत और चीन (India and China) के बीच ऐसा ही कुछ है। चीन ने हमेशा भारत की पीठ पर छुरा भोका है। कभी लद्दाख तो कभी अरुणाचल।

जहां भी इसको मौका मिलता है ये देश घुसपैठ की फिराक करता है। तवांग (Tawang) सबसे ताजा उदाहरण है। अब कोको आइलैंड (Coco Island) में बड़े स्तर पर निर्माण कार्य हो रहा है। इससे भारत को खतरा है।

म्यांमार के कोको द्वीप पर चीन का सीक्रेट सैन्य अड्डा! सैटेलाइट तस्वीरों ने भारत की बढ़ाई चिंता- China's secret military base on Myanmar's Coco Island! Satellite pictures increased India's concern

म्यांमार उग्रवाद की आग में जल रहा

क्योंकि चीन और म्यांमार (China and Myanmar) के रिश्ते इस वक्त काफी घुलेमिले लग रहे हैं जिससे ये शंका बढ़ रही है कि कहीं India के अंडमान निकोबार पर तो चीन की नजर नहीं है।

बड़े पैमाने में निर्माण कार्य मैक्सर टेक्नोलॉजीज (Maxar Technologies) ने इसी साल जनवरी में ये तस्वीरें ली हैं। जिसमें रनवे, हैंगर और नॉर्थ में कुछ इमारतें दिख रहीं हैं। इसके अलावा एयरबेस रनवे (Airbase Runway) की लंबाई अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है।

एक दशक पहले जहां की लंबाई 1300 मीटर थी वहीं अब 2,300 मीटर हो चुकी है। इसके मायने क्या हैं। म्यांमार उग्रवाद की आग में जल रहा है। यहां पर सेना का शासन है।

म्यांमार के कोको द्वीप पर चीन का सीक्रेट सैन्य अड्डा! सैटेलाइट तस्वीरों ने भारत की बढ़ाई चिंता- China's secret military base on Myanmar's Coco Island! Satellite pictures increased India's concern

चीन का लालच भारत

लोगों की शक्तियां दमन (Power Suppression) हो चुकी हैं। चीन को ऐसी तस्वीरें पसंद हैं। क्योंकि वहां खुद भी Democracy का दम घुटता है। चीन का लालच भारत है।

क्योंकि इस द्वीप से सटा ही भारत का अंडमान निकोबार (Andaman Nicobar) है। इस मुद्दे को सबसे पहले चैथम हाउस ने उजागर किया था। इसका हेडक्वार्टर लंदन (London) में है। चीन इसका इस्तेमाल कर समुद्री रास्ते से भारत की जासूसी कर सकता है।

म्यांमार के कोको द्वीप पर चीन का सीक्रेट सैन्य अड्डा! सैटेलाइट तस्वीरों ने भारत की बढ़ाई चिंता- China's secret military base on Myanmar's Coco Island! Satellite pictures increased India's concern

म्यांमार में चीनी कैमरे एक टेंशन वाली बात

म्यांमार के शहरों में चीनी कैमरे एक और टेंशन वाली बात है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि म्यांमार में घनी आबादी वाले शहरों के बीच Made In China कैमरे लगाए गए हैं।

इसके पीछे का कारण है यहां होने वाले नागरिक आंदोलन। चीन और Myanmar की मिलीभगत कहीं भारत को धोखा देने के लिए तो नहीं।

चीन ने बड़े पैमाने में निवेश भी किया

हालांकि भारतीय एजेंसियां (Indian Agencies) हर स्थिति पर पैनी नजरें रखें हुए हुए हैं। चीन-म्यांमार इकॉनमी कॉरिडोर (China-Myanmar Economic Corridor) चीन ने म्यांमार को अपने पाले में लेने के लिए चीन-म्यांमार इकॉनमी कॉरिडोर की स्थापना की है।

इसके तहत चीन ने बड़े पैमाने में निवेश भी किया है। ठीक वैसा ही जैसा चीन ने पाकिस्तान के Gwadar Port में किया था।

चीन हर तरफ से भारत को घेरने का प्रयास कर रहा

मतलब चीन हर तरफ से भारत को घेरने का प्रयास कर रहा है। अगर कोको द्वीप समूह (Coco Islands) का इस्तेमाल चीन ने किया तो पीएलए रणनीतिक रूप से आगे बढ़ जाएगा।

क्योंकि ये हिंद महासागर (Indian Ocean) में एंट्री के लिए सबसे उपयुक्त रास्ता है। चीन इस तरह से भारत को घेरने की पूरी कोशिश कर रहा है।