रांची : झारखंड ATS को सूचना मिली थी कि धनबाद (Dhanbad) का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर (Most Wanted Gangster) विदेश भाग चुका है।
उसके खाड़ी देश, नेपाल (Nepal) या किसी इस्लामिक देश में होने की सूचना है।
ATS ने प्रिंस खान (Prince Khan) के विदेश भागने के बाद इस मामले में CBI की मदद लेने के लिए स्टेट की नोडल एजेंसी CID को पत्र भेजा था। अब प्रिंस को वापस लाने के लिए CID ने CBI को लेटर भेजा है।
बता दें कि पूर्व में CBI ने झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) को पत्र भेजकर बताया था कि राज्य पुलिस इस मामले में रेड या ब्लू कार्नर नोटिस (Red or Blue Corner Notice) जारी करने का प्रस्ताव CBI को भेजे।
इसके बाद इंटरपोल से प्रिंस खान के खिलाफ रेड या ब्लू कार्नर नोटिस जारी करवाया जाएगा।
क्या है रेड या ब्लू कार्नर नोटिस
Red Corner Notice के जरिए इंटरपोल के सदस्य देशों द्वारा आवेदन किया जाता है कि किसी ऐसे अपराधी को दुनिया भर में खोजा जा सके, जिसका प्रत्यर्पण या इसी तरह का कानूनी एक्शन पेंडिंग है।
तलाश के बाद उसकी प्रोविजनल गिरफ्तारी संभव हो सकती है। इस नोटिस में अपराधी की पहचान और हुलिए से जुड़ी जानकारी होती है।
Blue Corner Notice के जरिए इंटरपोल किसी अपराधी के बारे में जानकारी जुटाता है।
इंटरपोल अपने किसी सदस्य देश से किसी अपराधी की पहचान, लोकेशन या उसकी संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारियां मांगने के लिए Blue Corner Notice जारी करता है।
इस तरह आंख में धूल झोंक कर हुआ फरार
प्रिंस खान ने धनबाद के बैंक मोड़ इलाके से हैदर अली नाम से तत्काल पासपार्ट बनाने का आवेदन दिया था।
हैदर अली नाम के पासपोर्ट को धनबाद के बैंक मोड़ थाने की पुलिस ने सत्यापित किया था।
पासपोर्ट बनने के बाद ट्यूरिस्ट वीजा (Tourist Visa) लेकर प्रिंस खान विदेश भाग गया।
विदेश भागने की जानकारी झारखंड ATS को तब मिली, जब वह उसके संभावित ठिकानों की पड़ताल कर रहा था।
नवंबर 2021 में नन्हे खान की हत्या के बाद से प्रिंस खान अंडरग्राउंड हो गया था, उसके खिलाफ तीन दर्जन से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।