रांची : प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर (Rajesh Thakur) ने कहा कि नेशनल हेराल्ड को ऋण देकर कांग्रेस पार्टी ने कोई गलत काम नहीं किया।
भाजपा बेवजह इसे तूल दे रही है। राजेश ठाकुर बुधवार को पार्टी कार्याल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नेशनल हेराल्ड (National Herald) पर कर्मचारियों के वेतनमद के अलावा अन्य मामलों पर 90 करोड़ रुपये बकाया था, जिसे कांग्रेस ने सहयोग के रूप में 100 किश्तों में 90 करोड़ रुपये दिए जो कहीं से गलत नहीं है।
वर्ष 2012 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी को पत्र के माध्यम से यह बताया गया था कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो एक राजनीतिक दल द्वारा किये गये खर्च को कहीं से भी प्रतिबंधित करता हो।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो 90 करोड़ रुपये दिये, उसमें से नेशनल हेराल्ड ने 67 करोड़ रुपये अपने कर्मचारियों के वेतन और वीआरएस मद में खर्च किये।
राजेश ठाकुर ने कहा….
इसके अलावा बाकी राशि को बिजली शुल्क, गृह शुल्क, किराये शुल्क और सरकारी देनदारी के लिए उपयोग किया गया।
राजेश ठाकुर ने कहा कि लोग नेशनल हेराल्ड को सहयोग के लिए दी गयी राशि को आपराधिक कृत्य मान रहे हैं जो गलत है।
किसी भी राजनीतिक दल (political party) द्वारा ऋण दिया जाना आपराधिक कृत्य नहीं है। इसका लेखा-जोखा भी उपलब्ध है।
यही नहीं, ऋण से संबंधित सारी जानकारी पार्टी के खातों में भी दर्ज है और समय-समय पर चुनाव आयोग को भी इसकी जानकारी दी जाती रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग और उनके हितैषी जो कि नेशनल हेराल्ड को दिए गए इस 90 करोड़ रुपये के ऋण को अपराधिक कृत्य मान रहे हैं, ऐसा वह विवेकहीनता और दुर्भावना से अभिप्रेरित होकर कह रहे हैं । यह सर्वथा अस्वीकार्य है।
किसी भी राजनीतिक दल द्वारा ऋण देना भारत में किसी भी कानून के तहत कोई आपराधिक कृत्य नहीं है। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड को दिया गया यह 90 करोड़ रुपए का ऋण नेशनल हेराल्ड और उसकी मूल कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड द्वारा चुकाना संभव नहीं था।
इसलिए इस 90 करोड़ रुपए के ऋण को एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के इक्विटी शेयरों में परिवर्तित कर दिया गया था। सोनिया गांधी, राहुल गांधी आदि इस ” नॉट फॉर – प्रॉफिट” कंपनी की प्रबंध समिति के सदस्य हैं।
नेशनल हेराल्ड की समग्र आय और सभी संपत्तियां एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (Associated Journals Limited) की अनन्य संपत्ति बनी हुई हैं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और हमारे नेतृत्व का इरादा बहुत ही स्पष्ट है ।
इरादा स्पष्ट रूप से यह सुनिश्चित करने का है कि नेशनल हेराल्ड जो कांग्रेस (Congress) की विरासत का प्रतीक है, उसके मूल्य हमेशा जीवित रहें और हमारे आदर्शों एवं सिद्धांतों को व्यक्त करने में नेशनल हेराल्ड हमारी आवाज बना रहे। यह सत्य की लड़ाई है।