ढाका: ढाका के गुलिस्तान (Gulistan) के फूलबरिया इलाके में एक सात मंजिला इमारत में हुए विस्फोट (Explosion) में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। तीन अभी भी लापता हैं।
रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) की डॉग स्क्वायड टीम (Dog Squad Team) क्षतिग्रस्त इमारत के अंदर लापता लोगों में से किसी के फंसे होने पर बचाव के लिए तलाश कर रही है।
जांच के बाद लगा पाएंगे विस्फोट के कारणों का पता
गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल ने IANS से कहा, हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या किसी विस्फोट से बचाव के लिए उचित सावधानी बरती गई थी। जांच के बाद हम विस्फोट के कारणों का पता लगा पाएंगे।
ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) के निदेशक ब्रिगेडियर जनरल ताजुल हक (Brigadier General Tajul Haq) ने कहा, हमारे पास 11 मरीज हैं, हम उन्हें बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
शेख हसीना बर्न इंस्टीट्यूट (Sheikh Hasina Burn Institute) के प्रमुख डॉ. सामंतलाल सेन ने कहा कि, उनमें से चार लाइफ सपोर्ट (Life Support) पर हैं, सभी गंभीर हैं, जले हुए मरीजों को ठीक होने के लिए समय चाहिए। तीन ICU में हैं, अन्य की मौत होने का खतरा है, क्योंकि वे 85 प्रतिशत से अधिक जल चुके हैं।
50 से अधिक लोगों का इलाज DMCH में चल रहा
बुधवार को एक डॉक्टर ने कहा कि गंभीर रूप से घायल 11 का शेख हसीना बर्न इंस्टीट्यूट (Sheikh Hasina Burn Institute) में इलाज चल रहा है, 20 DMCH में हैं, 170 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
मृतकों की पहचान मोहम्मद सुमन, मोहम्मद इशाक मृधा, मोहम्मद मुंसूर हुसैन, मोहम्मद इस्माइल, मोहम्मद अल अमीन, मोहम्मद राहत हुसैन, मोमिनुल इस्लाम, नोदी बेगम, मोहम्मद मईनउद्दीन, नजमुल हुसैन, ओबैदुल हसन बाबुल, अबू जफर सिद्दीक, अकुती बेगम, मौहम्मद इदरिस मीर, नुरुल इस्लाम भुइयां, मौहम्मद हिरिदोए, मोहम्मद सम्राट और मोहम्मद सियाम के रूप में हुई है।
DMCH पुलिस कैंप के प्रभारी बच्चू मिया ने बुधवार को पुष्टि की है कि विस्फोट में घायल हुए 50 से अधिक लोगों का ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Dhaka Medical College Hospital) में इलाज चल रहा है।
इमारत की स्थिरता को लेकर आशंकाएं
विस्फोट राजधानी के फूलबरिया (Fulbaria) के सिद्दीकी बाजार स्थित सात मंजिला इमारत के भूतल पर मंगलवार को शाम करीब 4 बजकर 50 मिनट पर हुआ। आग बुझाने के लिए 11 दमकल इकाइयों को रवाना किया गया।
जिस गुलिस्तान इमारत में घातक विस्फोट हुआ था, वहां बचाव अभियान बुधवार को धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था क्योंकि इमारत की स्थिरता को लेकर आशंकाएं हैं।
पुलिस ने कहा कि इमारत के तहखाने में बीम और खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं और क्षेत्र में भारी मशीनरी का संचालन, जैसे उत्खनन, कंपन पैदा कर सकता है जिससे इमारत गिर सकती है।