नई दिल्ली : शनिवार को पूरे देश में Eid का पर्व हर्षोल्लास और खुशी के साथ मनाया जा रहा है।
इसके साथ एक महत्वपूर्ण बात उभर कर सामने आई है कि जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के पुंछ जिले के जिस स्थान पर जवानों पर आतंकवादियों ने हमला किया था, उसके आसपास के लोग Eid नहीं मना रहे हैं।
लोगों ने सिर्फ नमाज अता कर शहीदों के परिजनों के लिए दुआ मांगी। गौरतलब है कि इस हमले में शहीद होने वालों में चार जवान पंजाब (Punjab) और एक ओडिशा (Odisha) का है।
हमलावरों की संख्या चार से पांच बताई गई है।आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
गांव वाले शहीदों के परिजनों के दुख में शरीक
संगयोट गांव के सरपंच ने बताया कि इस हमले का सभी गांव वालों ने विरोध जताया है।
इसलिए इस दुख की घड़ी में उन्होंने त्योहार नहीं मनाया। सभी शहीदों के परिजनों के साथ खड़े हैं।
हमले के बाद से गांव वालों ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षाबलों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य भी चलाया था।
इफ्तार पार्टी के लिए फल और सब्जियां लेकर आ रहे थे जवान
बताया जा रहा है कि पुंछ-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग (Poonch-Jammu National Highway) पर गुरुवार दोपहर बाद तीन बजे के करीब सेना की 49 राष्ट्रीय राइफल (RR) का सैन्य वाहन रसद लेकर भिंबर गली से गांव संगयोट स्थित सैन्य मुख्यालय आ रहा था।
इस समय हमला हुआ उस समय वाहन में इफ्तार पार्टी के लिए सब्जियां, फल, अंडे एवं अन्य सामग्री लदी हुई थी।
आतंकियों को खोजने का चल रहा अभियान
राजोरी और पुंछ सीमा से सटे भाटादूड़ियां क्षेत्र में आतंकी हमले के बाद सेना ने कई इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है।
सेना के जवानों ने बीजी और मंजाकोट से सटे जंगली इलाकों में चप्पे-चप्पे को खंगालना शुरू कर दिया है।