Increasing incidents of suicide among students: स्कूली छात्रों और कॉलेज में अध्यनरत छात्रों में आत्महत्या (Suicide) की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।
इसको देखते हुए अमेरिका ने स्कूली छात्रों में बढ़ते अवसाद और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर स्कूलों में छात्रों के ऊपर नजर रखना शुरू कर दिया है।
पश्चिमी देशों ने इसके लिए स्कूली बच्चों के लिए एक खास तरह का सॉफ्टवेयर उपयोग में लाया जा रहा है। सॉफ्टवेयर के माध्यम से छात्रों की Online निगरानी की जा रही है। उनके स्मार्टफोन, लैपटॉप और चैट का विश्लेषण किया जा रहा है।
माता-पिता और शिक्षक को अलर्ट दी जा रही है
जो भी छात्र मानसिक अवसाद, निराशा जनक संवाद आपस में करते हैं। ऐसे छात्रों के ऊपर विशेष ध्यान दिया जा रहा है माता-पिता और शिक्षक को Alert दी जा रही है।
सॉफ्टवेयर, छात्रों द्वारा गूगल पर की गई सर्च, स्कूल के निबंध, स्कूल में की गई पढ़ाई से संबंधित जानकारी, दोस्तों के साथ Email अथवा Chat Message का विश्लेषण किया जाता है।
स्कूल से जाने के बाद भी छात्रों के ऊपर लगातार यह सॉफ्टवेयर 24 घंटे निगरानी रखता है। भारत में भी बड़ी तेजी के साथ छात्रों में आत्महत्या की घटना बढ़ रही है।
ऐसी स्थिति में भारत को भी छात्रों के ऊपर जो दबाव बनता है उससे किस तरह से निपटा जाए। इसके लिए स्कूल और कॉलेज में विशेष प्रयास करने होंगे भारत में कोचिंग सेंटर में भी छात्रों द्वारा बड़े पैमाने पर आत्महत्या की जा रही है।