Russia-Ukraine War : यूक्रेन (Ukraine) पर हमले का दोषी ठहराते हुए पश्चिमी देशों (Western Countries) की ओर से रूस (Russia) पर लगाए गए हजारों प्रतिबंधों के बावजूद पुतिन (Putin) का हौसला डिगा नहीं है।
इसकी एक वजह भारत भी है। जब पश्चिमी देशों ने रूस के कच्चे तेल (Crude Oil) पर प्राइस कैप लगाया तो यह माना जा रहा था कि इससे उसकी आर्थिक स्थिति बुरी तरह बर्बाद हो जाएगी।
तेल (Oil) और प्राकृतिक गैस (Natural Gas) रूस के डिपो में पड़े-पड़े खराब हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अकेले भारत ने रूस से अब तक इतना तेल खरीद डाला कि जिसकी कल्पना स्वयं पुतिन ने भी नहीं की होगी।
भारत का रूस से कच्चे तेल का आयात 16 लाख बैरल प्रतिदिन
भारत के इस कदम के चलते पश्चिमी देशों की प्राइस कैप (Price Cap) और अन्य प्रतिबंधों की योजना विफल साबित होने लगी है।
आंकड़ों के मुताबिक भारत (India) का रूस से कच्चे तेल का आयात फरवरी में बढ़कर रिकॉर्ड 16 लाख बैरल प्रतिदिन हो गया है जो उसके परंपरागत आपूर्तिकर्ताओं इराक (Iraq) एवं सऊदी अरब (Saudi Arab) के संयुक्त तेल आयात (Combined Oil Imports) से भी अधिक है।
तेल के आयात-निर्यात पर नजर रखने वाली संस्था वर्टेक्सा (Vertex) ने बताया कि भारत जितनी मात्रा में तेल आयात करता है उसकी एक तिहाई से अधिक आपूर्ति अकेले रूस (Russia) ने की है और वह लगातार पांचवे महीने भारत को कच्चे तेल का इकलौता सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बना हुआ है।
रूस से भारत का आयात बढ़ने का असर सऊदी अरब और अमेरिका से होने वाले आयात पर पड़ा
रूस और यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 में युद्ध (War) शुरू होने से पहले तक भारत के तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी एक फीसदी से भी कम होती थी।
लेकिन पिछले महीने फरवरी में यह 35 फीसदी बढ़कर 16.20 लाख बैरल प्रतिदिन हो गई। रूस से भारत का आयात बढ़ने का असर सऊदी अरब और अमेरिका (America) से होने वाले तेल आयात पर पड़ा है।
सऊदी अरब से आयात किया जाने वाला तेल 16 फीसदी घटा
सऊदी अरब (Saudi Arab) से आयात किया जाने वाला तेल मासिक आधार पर 16 फीसदी घट गया जबकि अमेरिका से होने वाले तेल आयात में 38 फीसदी की कमी आई है।
वर्टेक्सा (Vertex) के मुताबिक, अब रूस से भारत जितना तेल आयात करता है वह दशकों से उसके आपूर्तिकर्ता रहे इराक और Saudi Arab से किए जाने वाले कुल आयात से भी अधिक है।
इराक ने फरवरी के महीने में 9,39,921 बैरल प्रतिदिन तेल की आपूर्ति की जबकि Saudi Arab ने 6,47,813 बैरल प्रतिदिन की आपूर्ति की। यह बीते 16 महीनों में इराक और Saudi Arab से हुई सबसे कम आपूर्ति है।
Vertex की प्रमुख सेरेना हुआंग ने कहा
फरवरी, 2023 में संयुक्त अरब अमीरात ने भारत को 4,04,570 बैरल प्रतिदिन की आपूर्ति कर अमेरिका को पीछे छोड़ दिया। अमेरिका ने 2,48,430 बैरल तेल प्रतिदिन की आपूर्ति की जो जनवरी की आपूर्ति 3,99,914 बैरल प्रतिदिन से कम है।
Vertex की प्रमुख (Asia-Pacific Analysis) सेरेना हुआंग (Serena Huang) ने कहा, ‘‘रूस से आने वाले सस्ते कच्चे तेल के शोधन से भारतीय तेलशोधक कंपनियों (Indian Refineries) को अधिक मार्जिन मिल रहा है। आने वाले समय में भी यह सिलसिला बने रहने की उम्मीद है।’’
रूस यूक्रेन पर हमले के बाद से पश्चिमी देशों की तरफ से लगाई गई आर्थिक पाबंदियों से निपटने के लिए इस समय भारत को रिकॉर्ड मात्रा में कच्चे तेल की बिक्री कर रहा है।