साहिबगंज: रबिता हत्याकांड (Rabita murder case) में पुलिस (Police) ने अबतक नौ लोगों ने हिरासत में लिया है। रबिता पहाड़िन की हत्या करने का सौदा (Deal) 20 हजार रुपए में तय हुआ था।
रबिता पहाड़िन की निर्मम हत्या के बाद आरोपियों (Accused) ने जितनी जल्दी हो सके उसके शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया था। इसी मकसद से आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के महज 17 घंटे में शव के छह टुकड़ों को ठिकाने लगा चुका था।
उनसे पुलिस ने पैर के तीन हिस्से को आंगनबाड़ी केंद्र (Anganwadi Center) के पास झाड़ी से बरामद कर लिया है।
सिर व अन्य टुकड़ों को नहीं चल पाया पता
सिर व अन्य दो-तीन टुकड़ों को पता नहीं चल पाया है। आरोपियों को यकीन था कि कुछ ही घंटे में जंगली जानवर (Wild Animals) इन टुकड़ों को अपना निवाला बना डालेगा। शव के सबसे अहम हिस्से सिर को पहले ही घने जंगल में फेंक दिया गया था।
आरोपियों को डर था कि अगर सिर बरामद हो जाएगा तो रबिता की पहचान हो जाएगी और सारा राज खुलकर सामने आ जाएगा। शव के शेष बचे टुकड़ों को शनिवार की रात को निपटा देने की योजना थी।
इसके लिए आरोपियों ने प्लान बना लिया था। इसी दौरान आंगनबाड़ी केंद्र (Anganwadi Center) के पास पैर का टुकड़ा मिल जाने से पुलिस हरकत में आ गई।