रांची: रांची जिले के सात प्रखंडों में 90 प्रतिशत से ज्यादा मनरेगा मजदूरों का ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन हो चुका है।
ओरमांझी प्रखंड में तो 98 प्रतिशत मनरेगा मजदूर ऐसे हैं जो ई-श्रम पोर्टल पर निबंधित हैं। साथ ही रांची जिला कुल मजदूरों के रजिस्ट्रेशन के मामले में राज्य में दूसरे स्थान पर है।
उपायुक्त छवि रंजन ने सोमवार को ई-श्रम पोर्टल पर असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के रजिस्ट्रेशन की समीक्षा की।
बैठक में उपायुक्त ने जिला में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कार्य की समीक्षा करते हुए संबधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
श्रम अधीक्षक अविनाश कृष्णा ने बताया कि जिले में अब तक कुल छह लाख 44 हजार 541 श्रमिकों का निबंधन किया जा चुका है। कुल निबंधन की संख्या में रांची जिला राज्य में दूसरे स्थान पर है।
87 प्रतिशत मनरेगा मजदूरों का निबंधन
रांची जिला में 87 प्रतिशत मनरेगा मजदूरों का इ-श्रम पोर्टल पर निबंधन हो चुका है। सात प्रखंड ऐसे हैं जहां 90 प्रतिशत से ज्यादा मनरेगा मजदूरों का निबंधन किया जा चुका है।
जबकि बाकी के 11 प्रखंडों में 80 प्रतिशत से ज्यादा मजदूरों के रजिस्ट्रेशन का कार्य पूरा हो चुका है।
ओरमांझी प्रखंड में 98 प्रतिशत मनरेगा मजदूर ई-श्रम पोर्टल में रजिस्टर्ड हैं, जबकि अनगड़ा में 95 प्रतिशत, नामकुम में 94 प्रतिशत, ईटकी और खलारी में 93 प्रतिशत, नगड़ी और सोनाहातू में 91-91 प्रतिशत मनरेगा मजदूरों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है।
बैठक में उपायुक्त ने जिले में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन का कार्य जारी रखने का निर्देश दिया।
उन्होंने श्रम अधीक्षक को कहा कि असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को चिन्हित करते हुए प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से पोर्टल पर उनका रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित कराएं।