रांची: झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) में सोमवार को विधायक सीपी सिंह (MLA CP Singh) की टोपी पर पक्ष विपक्ष आमने सामने दिखे। दरअसल भाजपा विधायक सीपी सिंह सदन में टोपी लगा कर पहुंचे। सीपी सिंह ने जो टोपी पहनी थी उसमें उनकी पार्टी का सिंबल खिलता हुआ कमल था।
सदन की कार्यवाही शुरू होने पर मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि यह पार्टी का सिंबल है यह सदन में नहीं चलेगा। इस पर सीपी सिंह ने कहा कि मेरी टोपी में खिलता हुआ कमल है।
विपक्ष को इससे परेशानी नहीं होनी चाहिए। तब स्पीकर ने कहा कि सीपी सिंह आप अब टोपी रख दीजिए बहुत हो गया। इस पर सीपी सिंह ने कहा कि स्पीकर महोदय बताइए आखिर मेरी टोपी से क्या परेशानी है।
संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि सदन में कोई भी अपने किसी पार्टी का सिंबल लेकर ना आए यह सुनिश्चित होना चाहिए।
विपक्ष को खिलता हुआ कमल दिखाकर चिढ़ाने लगे
जब सीपी सिंह की टोपी पर चर्चा हो रही थी उस समय विधायक समीर कुमार मोहंती अपना तारांकित प्रश्न सदन में रख रहे थे। सदन के बाधित होने पर मोहंती ने कहा कि इन सब नौटंकी से बहुत समय बर्बाद हो जाता है।
बाद में स्पीकर के निर्देश पर सीपी सिंह ने टोपी तो मार्शल को सौंप दी, लेकिन विपक्ष को खिलता हुआ कमल दिखाकर चिढ़ाने लगे।
वहीं दूसरी ओर अल्पसूचित प्रश्न के माध्यम से आजसू विधायक लंबोदर महतो और माले विधायक बिनोद सिंह ने राज्य सरकार के कर्मियों को नई पेंशन योजना को बंद कर पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग की।
इस पर वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने सदन में कहा कि राज्य में अभी राष्ट्रीय पेंशन योजना लागू है।
एक जनवरी 2004 के प्रभाव से केंद्र सरकार की सेवा में आनेवाले सभी नए कर्मियों के लिए अंशदायी पेंशन योजना लागू की गई।
इसी के आलोक में झारखंड सरकार ने भी एक दिसंबर 2004 को या उसके बाद नियुक्त झारखंड सरकारी सेवकों पर नई अंशदायी पेंशन योजना अनिवार्य रूप से लागू है।
उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन योजना पर सभी पहलुओं पर विचार कर सम्यक निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले पर पूर्व में मुख्यमंत्री ने भी अपना विचार सदन के समक्ष रखा है।