मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को बर्खास्त करें: प्रतुल शाहदेव

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रांची: प्रदेश भाजपा ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर प्रोत्साहन राशि लेने के आरोप के मामले को लेकर हाई कोर्ट के सीटिंग जज या किसी केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग की है।

साथ ही बन्ना गुप्ता को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की भी मांग की है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटालों की भी जांच सीटिंग जज या केंद्रीय एजेंसियों से कराये। प्रतुल शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में कागजों पर ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति हुई थी। रिम्स में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन अबतक इंस्टाल नहीं हुई है।

सरकार की जो कार्यशैली है वह पहले किसी सरकार में नहीं दिखी

आयुष्मान योजना के तहत 240 करोड़ का क्लेम अस्पतालों ने किया था। इसमें से अबतक 180 करोड़ का भुगतान अस्पतालों को नहीं हुआ है। आखिर क्यों भुगतान रोक कर रखा गया है।

उन्होंने कहा कि बन्ना गुप्ता ने खुद और अपने लोगों को प्रोत्साहन राशि दिलवाकर हिंदी की डिक्शनरी में एक नया शब्द ‘बन्ना’ बांट जुड़वाया है।

इस सरकार की जो कार्यशैली है वह पहले किसी सरकार में नहीं दिखी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने नाम से खनन पट्टा ले लेते हैं और स्वास्थ्य मंत्री अपने नाम पर प्रोत्साहन राशि।

उन्होंने कहा कि सब कुछ मंत्री के निर्देश पर हुआ है

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री झूठ बोल रहे हैं कि इस मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कोविड काल में स्वास्थ्यकर्मियों को एक महीने के वेतन के बराबर प्रोत्साहन राशि देने को लेकर एक मई 2021 को पत्र जारी किया गया था।

इसमें साफ लिखा था कि प्रोत्साहन राशि पाने की अहर्ता कौन-कौन रखते हैं। इसके बाद फिर 24 फरवरी 2022 को नोटिफिकेशन में संशोधन कर उसमें मंत्री और उनके कोषांग के कर्मियों के नाम की अनुशंसा की गई।

प्रतुल ने कहा कि लाभ प्राप्त करने वालों में पहला नाम स्वास्थ्य विभाग के सचिव अरूण कुमार सिंह का है। संयुक्त सचिव, अवर सचिव, उप सचिव सबका नाम प्रोत्साहन राशि पाने वालों की लिस्ट में जोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि सब कुछ मंत्री के निर्देश पर हुआ है।