गढ़वा: जाने-माने शिक्षक नेता (Teacher Leader) और चर्चित कवि सुनील शुक्ल (Sunil Shukla) अब हमारे बीच नहीं रहे। गढ़वा जिले के श्री बंशीधर नगर थाना (Shri Banshidhar Nagar Police Station) क्षेत्र के पाल्हे कला गांव के सुनील शुक्ल का निधन शनिवार को हो गया।
वह हाई स्कूल जतपुरा में वर्तमान में पदस्थापित थे। वह प्राथमिक शिक्षक संघ (Primary Teachers Union), रमना के सचिव भी थे। उनके असामयिक निधन से पूरे क्षेत्र में शोक है।
घटनास्थल पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया
बताया जाता है कि सुनील सुबह में उठ कर अपने खेत की और घूमने के लिए निकले थे। इसी दौरान रेलवे ट्रैक पार करते वक्त मालगाड़ी की चपेट में आ गए।
घटनास्थल पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमॉर्टम (Post Mortem) के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
बांकी नदी के किनारे किया गया अंतिम संस्कार
गमगीन माहौल में दोपहर में बांकी नदी के तट पर दिवंगत सुनील शुक्ल अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया। मुखाग्नि उनके पुत्र अभिषेक शुक्ल ने दी। शव यात्रा में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
बताया जाता है कि सुनील शुक्ल के एक बेटे की कुछ साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी उसके सदमे से उबर नहीं पा रहे थे और मानसिक रुप से हमेशा परेशान रहते थे।
बड़ी संख्या में शिक्षकों ने जताया शोक
सुनील शुक्ल के असामयिक निधन से मर्म आहत होकर बड़ी संख्या में शिक्षकों ने शोक जताया है। झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कमलेश्वर पांडेय ने कहा कि सुनील शुक्ला के निधन से शिक्षा जगत ने ऐसा हीरा खो दिया है,जिसकी भरपाई मुश्किल है।
शिक्षक संघ के प्रधान सचिव प्रभात रंजन सिंह, खुशदिल सिंह, अविनाश सहाय, आशुतोष रंजन सिंह, दिलीप श्रीवास्तव, रामलला मिश्रा, चंद्रदेव राम, अशोक कुमार सिंह, संजय सिंह, फुलेंद्र राम, राकेश कुमार चौबे सहित कई अन्य लोगों ने भी शोक व्यक्त किया है।