नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) स्थित कांग्रेस मुख्यालय (Congress Headquarters) में चार दिनों चल रही मंथन के बाद आखिरकार कर्नाटक (Karnataka) को नया CM मिल ही गया है।
सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ही राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर उनपर भरोसा जताया है। नए CM पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने मुहर लगायी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिद्धारमैया कल यानि 18 मई को शपथ ले सकते हैं।
DK शिवकुमार पर भारी पड़े सिद्धारमैया
कर्नाटक में CM बनने की रेस में सिद्धारमैया और DK शिवकुमार (DK Shivakumar) के बीच कड़ा मुकाबला था।
जिसमें अपने प्रतिद्वंद्वी DK शिवकुमार पर सिद्धारमैया भारी पड़े। कल के शपथ ग्रहण में DK शिवकुमार सरकार में शामिल होंगे या नहीं, इसपर अभी सस्पेंस बना हुआ है।
कांग्रेस को नाम फाइनल होने में लगे चार दिन
कांग्रेस के लिए यह इतना आसान नहीं था। दोनों के बीच CM चुनने को लेकर कांग्रेस में किस तरह से उहापोह की स्थिति थी, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि नाम फाइनल होने में Congress को चार दिन लग गए।
कांग्रेस अध्यक्ष को दिया था विधायकों ने अधिकार
कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election) में कांग्रेस ने 135 सीटों के साथ शानदार जीत दर्ज की थी। इसके बाद रविवार (14 मई) को बेंगलुरु (Bangalore) में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई जिसमें एक प्रस्ताव पारित कर CM चुनने का अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष को दिया गया।
इस दौरान कांग्रेस (Congress) के पर्यवेक्षकों ने विधायकों की राय जानी। इसके लिए गुप्त मतदान भी कराया गया। कहा जाता है कि सिद्धारमैया खुद भी गुप्त मतदान चाहते थे।
सिद्धारमैया के पक्ष में ज्यादातर विधायकों ने दिया था समर्थन
अगले दिन सोमवार को कांग्रेस के तीनों पर्यवेक्षक दिल्ली पहुंचे और Mallikarjun Kharge से मिलकर उन्हें विधायकों की राय के बारे में बताया।
सूत्रों के मुताबिक सिद्धारमैया के पक्ष में ज्यादा MLAs का समर्थन था जो उनके दावे को ज्यादा मजबूत कर गया।