रांची: विधानसभा (Assembly) के बजट सत्र (Budget Session) में शुक्रवार को शराब (Wine) का मामला देर तक गूंजता रहा। इसकी शुरुआत BJP MLA बिरंची नारायण (Biranchi Narayan) ने की। पूछा की शराब की बिक्री से 15 फरवरी 2022 तक 1607 करोड़ राजस्व मिले हैं।
लक्ष्य 2500 करोड़ का था। जब सरकार राज्य में Chhattisgarh Model पर नई उत्पाद नीति ला रही थी, तो 8 बिंदुओं पर राजस्व परिषद ने आपत्ति जताई थी।
नवंबर 2022 में राज्यपाल ने भी उत्पाद संशोधन बिल वापस कर दिया। सरकार बताए कि राज्य में हुए शराब घोटाले का किंगपिन कौन है।
शराब घोटाला तथ्यहीन
सरकार की ओर से जवाब देते हुए मंत्री मिथिलेश ठाकुर (Mithilesh Thakur) ने कहा कि सारी आपत्तियों को दूर कर के उत्पाद नीति लाई गई है। शराब घोटाला (Liquor Scam) तथ्यहीन बात है।
इस बीच सरयू राय ने कहा,मंत्री बताएं कि सरकार ने राजस्व लक्ष्य घटाकर 2000 करोड़ क्यों कर दिया है। मंत्री ने कहा कि लक्ष्य नहीं घटाया गया है। लक्ष्य पूरा करने के लिए कंपनी पर पेनाल्टी लगाई जाएगी।
चर्चा में भाग लेते हुए BJP विधायक विधायक भानु प्रताप शाही (Bhanu Pratap Shahi) ने कहा कि विधानसभा की कमेटी बनाकर जांच करवा लिया जाए, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा कि घोटाला हुआ है या नहीं।