नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) में अफताब द्वारा अपनी प्रेमिका श्रद्धा का बेरहमी से मर्डर (Shraddha Murder Case) कर उसकी लाश को जिस तरह से ठिकाने लगाया गया यह जानकर सभी हैरान है।
27 साल की श्रद्धा वॉकर को उसके लिव-इन पार्टनर (Live-in Partner) आफताब पूनावाला (Aftab Poonawala) ने बेहद क्रूरता (Brutally) से मार डाला।
बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए आफताब ने उसके 35 टुकड़े (35 Pieces) किए और अगले कई हफ्तों तक इन टुकड़ों को पॉलिथीन बैग्स में भरकर, थोड़ा थोड़ा कर जंगल में डंप करता रहा।
मशहूर अमेरिकन क्राइम सीरीज है ‘डेक्सटर’
पुलिस की जांच में मामले की जो डिटेल्स सामने आई हैं वो सुनकर किसी की भी रूह खड़ी हो जाएगी।
पूरा मामला जानने के बाद हर कोई यही सोच रहा है कि इस किस्म की हत्या करने के लिए आफताब के अंदर कितनी हिंसा भरी रही होगी।
एक लाजमी सा सवाल है कि अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या करने के बाद, इस खौफनाक तरीके से डेड बॉडी से छुटकारा पाने का आईडिया आफताब को कहां से मिला? रिपोर्ट्स के अनुसार, आफताब ने पुलिस को बताया है कि ये आईडिया उसे एक मशहूर अमेरिकन क्राइम सीरीज ‘डेक्सटर’ (Dexter) से आया।
क्या है ‘डेक्सटर’ की कहानी
विजिलांते जस्टिस करने वाला फॉरेंसिक एक्सपर्ट- डेक्सटर शो का लीड किरदार डेक्सटर मॉर्गन (Dexter Morgan) एक काल्पनिक जांच एजेंसी, मियामी मेट्रो पुलिस डिपार्टमेंट का फॉरेंसिक टेक्नीशियन (Forensic Technician) था।
वो दिन में तो अपने डिपार्टमेंट के लिए अपराधों की गुत्थियां सुलझाता था, लेकिन रात में एक विजिलांते सीरियल किलर (Vigilante Serial Killer) की जिंदगी जीता था।
रात के अंधेरे में डेक्सटर उन अपराधियों को खोजकर हत्या करता था जिन्हें, उसके अनुसार, न्याय व्यवस्था पर्याप्त सजा नहीं दे पाती थी।
शो के पहले सीजन में उसका हत्या करने का तरीका ये था कि वो अपने विक्टिम की बॉडी को टुकड़ों में काट देता था और टुकड़ों को काले गार्बेज बैग्स (Garbage Bags) में भरकर गाड़ी से अपनी बोट तक लाता था। इसके बाद वो इन बैग्स का वजन बढ़ाने के लिए इनमें पत्थर भरकर डक्ट टेप से सील कर देता था और गहरे समंदर में फेंक देता था।
लाश रखने के लिए अफताब ने खरीदा था नया फ्रिज
आफताब ने पुलिस को बताया कि वो श्रद्धा को ‘चुप कराना’ चाहता था, लेकिन हाथापाई में उसका गला घोंट बैठा। उसने ये भी कहा कि श्रद्धा की डेड बॉडी (Dead Body) को स्टोर करने के लिए उसने एक नया फ्रिज (Fridge) भी खरीदा था और अगले दो-तीन महीने टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए उसने महरौली (Mehrauli) के जंगल में कई चक्कर लगाए।
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसने पहले श्रद्धा की आंतें निकाल कर ठिकाने लगाईं ताकि वो जल्दी डिकम्पोज (Decompose) हो जाए।
‘डेक्सटर’ से पहले भी इंस्पायर हो चुके हैं अपराधी
अप्रैल 2011 में कनाडा के एक फिल्ममेकर मार्क एंड्रू ट्विचेल (Mark Andrew Twitchell) को, 38 साल के एक व्यक्ति के ‘फर्स्ट डिग्री मर्डर’ (First Degree Murder) का दोषी पाया गया था।
मार्क ने अपने विक्टिम की हत्या इसी तरह की थी और उसके बॉडी पार्ट्स को सीवर में ठिकाने लगाया था। मार्क के ट्रायल में कोर्ट ने नोट किया कि वो डेक्सटर मॉर्गन (Dexter Morgan) से बहुत रिलेट करता था, जिसके बाद कई मीडिया रिपोर्ट्स में उसे ‘द डेक्सटर किलर’ (The Dexter Killer) भी कहा गया। मार्क ने ‘डेक्सटर’ शो की तरह अपना एक ‘किल रूम’ (Kill Room) भी बनाया था।
इसी तरह 2014 में, डेक्सटर (Dexter) के किरदार से ऑब्सेस्ड (Obsessed), अमेरिका के एक टीनेजर का क्राइम भी सामने आया था।
इस लड़के ने अपनी 17 साल की गर्लफ्रेंड की हत्या इसी भयानक तरीके से की थी, जिसके लिए उसे 25 साल जेल की सजा हुई।
इसी तरह के शो जैसे सावधान इंडिया (Savdhaan India), क्राइम पेट्रोल (Crime Patrol) को देखकर लोग अपराध करने के नए-नए तरीके सीखते हैं । पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं।