रांची: कांके डैम संरक्षण समिति (Kanke Dam Conservation Committee) की बुधवार को अंतरराष्ट्रीय जल दिवस पर पतरागोंदा फुटबॉल मैदान में बैठक हुई।
बैठक में मंटू मुंडा, सोनू लकड़ा, बड़कू मुंडा, बिरसा मुंडा (Birsa Munda), आजू मुंडा, सुनील मुंडा सहित कई गांवों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
इस दौरान समिति के संरक्षक (Patron of the Committee) अमृतेश पाठक की अध्यक्षता में दो घंटे का सत्याग्रह कार्यक्रम भी हुआ।
कांके डैम के लिए आंदोलन
पाठक ने कहा कि आज से दो साल पहले कांके डैम को बचाने को 22 दिनों तक आंदोलन हुआ था।
पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री (Minister of Drinking Water and Sanitation) मिथिलेश कुमार ठाकुर ने डैम संरक्षण (Dam Protection) के लिए जरूरी कदम उठाए जाने का भरोसा दिलाया था लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है।
उनके आश्वासन पर ज्यादा भरोसा करना समिति और स्थानीय लोगों के लिए ठीक नहीं रहा।
ऐसे में फिर से पुरानी मांगों पर जोरदार आंदोलन करना होगा। कांके डैम जैसे महत्वपूर्ण जलाशय को स्वच्छ, सुंदर और सुरक्षित बनाने को सबों को मिलकर सामने आना होगा।
मछली पालन टेंडर को लेकर मुद्दा
समिति के अध्यक्ष रमेश मुंडा ने कांके डैम में मछली पालन टेंडर को लेकर मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि मंत्री ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कर स्थाई बंदोबस्ती का आश्वासन (Assurance) दिया था।
वह भी पूरा नहीं हुआ। मजबूर होकर अब समिति अगले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री आवास के समीप स्थाई बंदोबस्ती और अपने रोजगार के लिए सत्याग्रह करेगी।