नई दिल्ली: केंद्र सरकार (Central Government) ने बुधवार को संसद को बताया कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा के दौरान इस साल 19 जुलाई तक 42 तीर्थयात्रियों की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु हो चुकी है।
राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने बताया कि 2020 और 2021 में COVID-19 महामारी के कारण श्री अमरनाथ यात्रा का आयोजन नहीं किया गया था।
घायल यात्रियों को निकटतम चिकित्सा सुविधाओं में ले जाया जाता है
उन्होंने बताया कि सरकार ने तीर्थयात्रियों के जीवन की रक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं; जैसे- स्वास्थ्य प्रमाणपत्र की अनिवार्य आवश्यकता, ऑक्सीजन बूथ (Oxygen Booth) की स्थापना, यात्रा मार्ग के साथ विभिन्न स्थानों पर अस्पतालों की स्थापना, रेडियो फ्रीक्वेंसी आधारित पहचान (RFID) के माध्यम से यात्रियों की निगरानी या कल्याण, स्वचालित मौसम स्टेशनों की स्थापना, समय-समय पर स्वास्थ्य और मौसम संबंधी परामर्श जारी करना।
इसके अलावा किसी भी घटना या अप्रिय घटना की स्थिति में तीर्थयात्रियों को ढ़ंढने, बचाव और राहत के लिए NDRF, SDRF, ARMY, CPF और जम्मू-कश्मीर सरकार के अधिकारियों इत्यादि विभिन्न (Government Agencies) को लगाया गया है।
ऐसे परिदृश्य में यात्रियों को तुरंत सुरक्षित स्थानों व शिविरों में ले जाया जाता है और भोजन उपलब्ध कराया जाता है जबकि घायल यात्रियों को निकटतम चिकित्सा सुविधाओं में ले जाया जाता है।