कोलकाता: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की टीम ने बुधवार को पश्चिम बंगाल में आसनसोल के बहुचर्चित कोयला तस्करी केस में बड़ी कार्रवाई की है।
CBI ने सुबह करीब 8ः15 बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के कैबिनेट में मंत्री मलय घटक के सात ठिकानों पर छापा मारा है। इनमें से तीन ठिकाने राजधानी कोलकाता और बाकी चार आसनसोल स्थित उनके पैतृक आवास से जुड़े हैं।
CBI के एक अधिकारी के मुताबिक Kolkata में मलय घटक के लेक गार्डन स्थित आवास के अलावा राजभवन के पास विधायक आवास में छापा मारा गया है।
मलय घटक विधायक आवास में मौजूद हैं। यह कार्रवाई कोयला तस्करी (Coal smuggling) मामले में की गई है। मंत्री से पूछताछ भी की जा रही है। इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं। घर आने जाने वालों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
खास बात यह है कि CBI अधिकारियों के साथ सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान मौजूद हैं। इसके अलावा कोयला तस्करी मामले में डायमंड हार्बर रोड में रहने वाले व्यापारी प्रतीक दीवान के घर भी छापा मारा गया है।
अलीपुर में उसका आवास है। CBI के अधिकारी के मुताबिक दीवान, मलय घटक और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का करीबी है। प्रतीक घर पर मौजूद हैं।
छोटा भाई विकास मिश्रा फिलहाल ED की हिरासत में है
उल्लेखनीय है कि ED ने पिछले हफ्ते अभिषेक बनर्जी से पूछताछ की थी। आसनसोल के आसपास कोयलांचल क्षेत्रों में बंद पड़े ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ECL) की खदानों से बड़े पैमाने पर कोयले की चोरी और तस्करी हुई है।
आरोप है कि कोयला तस्करी के सरगना अनूप मांझी उर्फ लाला ने अरबों रुपये के कोयले की तस्करी की है। इसमें से करोड़ों रुपये विदेश भी भेजे गए हैं।
इस आर्थिक आदान-प्रदान में अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजीरा बनर्जी के बैंकॉक (Bangkok) स्थित बैंक खाते संदिग्ध रहे हैं। इसे लेकर सीबीआई और ईडी की टीम कई बार अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी से पूछताछ कर चुकी है।
इसके अलावा कोयला तस्करी मामले का मुख्य सूत्रधार विनय मिश्रा भी अभिषेक बनर्जी का करीबी है। तृणमूल कांग्रेस की जिस युवा इकाई के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी हैं उसी की कोलकाता जोनल इकाई का महासचिव विनय मिश्रा था।
फिलहाल वह देश छोड़कर जा चुका है। वह बानअतु द्वीप पर अपने मां-बाप के साथ रह रहा है। उसका छोटा भाई विकास मिश्रा फिलहाल ED की हिरासत में है। अनूप मांझी उर्फ लाला फरार है। केंद्रीय एजेंसियां लुक आउट सर्कुलर जारी कर चुकी हैं।