इस्लामाबाद: पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान जल रहा है। जगह-जगह पर आगजनी और पथराव (Arson and Stone Pelting) हो रहे हैं। अभी देश के कानून-व्यवस्था फेल हो गया है।
जिस पर ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका सहित अन्य देशों ने चिंता जताई है। सभी देशों ने मुल्क में अमन चैन की अपील की है। आर्थिक संकट (Economic Crisis) से घिरे पाकिस्तान अभी सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है।
क्योंकि इमरान खान को पाकिस्तानी रेंजर्स (Pakistani Rangers) ने जिस तरह से गिरफ्तार किया है उसके बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। क्योंकि उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों का हुजूम सड़कों पर उतर आया और जमकर उत्पात कर रहे हैं।
बता दें कि पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी कोई पहली नहीं है। इससे पहले भी 6 पूर्व प्रधानमंत्रियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिसमें से एक पूर्व पीएम जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी की सजा भी दे दी गई थी। इस देश में समय-समय पर पूर्व प्रधानमंत्रियों पर गाज गिरती रही है।
हुसैन शहीद सुहरावर्दी
पाकिस्तान के कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना (Mohammad Ali Jinnah) के करीबियों में शामिल रहे हुसैन शहीद मुल्क के पांचवें प्रधानमंत्री थे। वह सितंबर 1956 से अक्टूबर 1957 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे।
उन्होंने जनरल अयूब खान की सरकार का समर्थन करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद उन्हें इलेक्टिव बॉडीज डिस्क्वालिफिकेशन (Elective Bodies Disqualification) ऑर्डर के जरिए राजनीति से प्रतिबंधित कर दिया गया।
लेकिन बाद में जुलाई 1960 में कानून के उल्लंघन का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें गिरफ्तार कर बिना किसी Trial के कराची की सेंट्रल जेल में बंद कर दिया गया था।
जुल्फिकार अली भुट्टो
जुल्फिकार अली भुट्टो (Zulfikar Ali Bhutto) अगस्त 1973 से जुलाई 1977 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर रहे। उन्हें 1974 में एक राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में सिंतबर 1977 में गिरफ्तार किया गया था।
बाद में लाहौर हाईकोर्ट (Lahore High Court) के जस्टिस ख्वाजा मोहम्मद अहमद सामदानी ने उन्हें यह कहकर रिहा कर दिया कि उनकी गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं है। लेकिन मार्शल लॉ रेगुलेशन (Martial Law Regulation) 12 के तहत उन्हें तीन दिन बाद दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें 4 अप्रैल 1979 को फांसी की सजा दे दी गई।
बेनजीर भुट्टो
बेनजीर भुट्टो (Benazir Bhutto) दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनी। वह पहली बार दिसंबर 1988 से अगस्त 1990 तक और दोबारा अक्टूबर 1993 से नवंबर 1996 तक देश की वजीर-ए-आजम रहीं।
वह अपने भाई के जनाजे में हिस्सा लेने के लिए अगस्त 1985 में पाकिस्तान आई थीं। लेकिन उन्हें 90 दिनों के लिए नजरबंद कर लिया गया था। उन्हें अगले साल 1986 में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के मौके पर कराची में एक रैली में सरकार की आलोचना करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री को 1999 में भ्रष्टाचार के आरोप में पांच साल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद वह सात साल निर्वासन में रहीं। लेकिन 2007 में वतन वापसी के बाद आत्मघाती हमले में उनकी हत्या (Murder) कर दी गई थी।
यूसुफ रजा गिलानी
यूसुफ रजा गिलानी (Yousuf Raza Gilani) 2008 में गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री थे।
उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में अरेस्ट वॉरंट जारी किया गया था। उन पर फर्जी कंपनियों के नाम पर पैसों के लेनदेन का आरोप लगा था। 2012 में उन्हें पद से हटाना पड़ा था।
नवाज शरीफ
नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) को 1999 में कारगिल युद्ध के बाद सत्ता गंवानी पड़ी थी। वह तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने। परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) सरकार के दौरान नवाज शरीफ दस सालों के लिए निर्वासन में जाने को मजबूर हुए।
पाकिस्तान लौटने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और उनके निर्वासन की बाकी बची अवधि पूरी करने के लिए उन्हें सऊदी अरब (Saudi Arab) भेज दिया गया।
शाहिद खाकान अब्बासी
शाहीद खाकान अब्बासी (Shaheed Khaqan Abbasi) जनवरी 2017 से मई 2018 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे हैं। उन्हें जुलाई 2019 में एनएबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था।
उनपर 2013 के LNG के इम्पोर्ट कॉन्ट्रैक्ट (Import Contract) में भ्रष्टाचार करने का आरोप था। जिस समय ये Contract दिए गए थे, तब अब्बासी पेट्रोलियम (Abbasi Petroleum) मंत्री थे। उन्हें फरवरी 2020 में जमानत मिली थी।
इमरान खान
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को नौ मई 2023 को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें NAB और पाक रेंजर्स (NAB and Pak Rangers) ने Arrest किया। उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
उनकी गिरफ्तारी के बाद से उनके समर्थकों ने कई शहरों में प्रदर्शन (Protest) किया। इस दौरान हिंसा की घटनाएं भी सामने आईं।