तोक्यो : Japan के आधिकारिक दौरे पर पहुंचे पाकिस्तानी विदेश मंत्री (Pakistani Foreign Minister) बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) कश्मीर पर दुनिया का साथ नहीं मिलने पर बौखला गए हैं।
बिलावल ने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला है। बिलावल ने कहा कि जब तक कश्मीर का विवाद सुलझ नहीं जाता, तब तक दक्षिण एशिया (South Asia) में शांति नहीं आएगी।
उन्होंने हताशा जाहिर की कि दुनिया कश्मीर (Kashmir) में भारत के कदम को लेकर चुप्पी साधे हुए है। बिलावल ने आरोप लगाया कि भारत धार्मिक उन्माद की गिरफ्त में है।
बिलावल ने कहा, पाकिस्तान का मानना है कि जब तक जम्मू-कश्मीर विवाद का आपसी संवाद और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) के प्रस्तावों तथा अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों के मुताबिक हल नहीं होता है, तब तक दक्षिण एशिया में शांति नहीं आ सकती है।
भारत पर लगा रहे आरोप
कश्मीर में आतंकियों को भेजने वाले पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने दावा किया कि वह एक हल के लिए तैयार हैं लेकिन दक्षिण एशिया में शांति के लिए उन्हें कोई भागीदार नहीं मिल रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारत बातचीत और कूटनीति (Diplomacy) के लिए कोई जगह ही नहीं दे रहा है।
बिलावल की हताशा उस समय साफ दिखी, जब उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय (International community) कश्मीर में भारत के उठाए कदमों पर निराशाजनक चुप्पी साधे हुए है।
बिलावल भुट्टो ने जापान के दुश्मन चीन की भी तोक्यो में तारीफ कर डाली।
उन्होंने कहा कि चाइना-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (China-Pakistan Economic Corridor) से पाकिस्तान में कई अवसर पैदा हुए हैं। उनका इशारा था कि जापान भी CPEC से पैदा हुए अवसर का लाभ उठाए।
बिलावल ने कहा
भुट्टो ने कहा कि विकासशील देश गंभीर आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, इसके बाद उनके पास कोल्ड वॉर (Cold War) के समय के ब्लॉक पॉलिटिक्स (Block Politics) के लिए समय नहीं है।
बिलावल ने माना कि दुनिया में ब्लॉक पॉलिटिक्स का दौर एक बार फिर से आता दिख रहा है।
उनका इशारा अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव की ओर था। बिलावल ने कहा कि Japan उनका एक प्रमुख पार्टनर देश है और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का स्रोत है।