रांची: मुख्यमंत्री Hemant Soren से मंगलवार को सिमडेगा के विधायक भूषण बाड़ा (Bhushan Bada) मिले। उन्होंने मुख्यमंत्री को दुर्गा पूजा (Durga Puja) के दौरान होने वाली समस्याओं सहित अन्य प्रमुख समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। विधायक के साथ उनकी पत्नी सह जिला परिषद सदस्य जोसिमा खाखा भी मौजूद थीं।
विधायक ने मुख्यमंत्री को लचर बिजली व्यवस्था (Poor Power System) की जानकारी दी। साथ ही कहा कि दुर्गा पूजा के दौरान बिजली की अनावश्यक कटौती न हो। बिजली की कटौती होने से रात के अंधेरे में मां के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानी होती है।
विधायक भूषण बाड़ा ने हेमंत सोरेन से आग्रह किया कि दुर्गा पूजा के समय सुरक्षा व्यवस्था (Security System) दुरुस्त रहे। जिले के कई पूजा पंडालों तक पहुंच पथ भी काफी जर्जर हो गया है।
जल्द से जल्द इसे दुरुस्त कराया जाये, ताकि आवागमन में मां के भक्तों को कोई परेशानी न हो। विधायक ने शहर में खराब पड़ी Lights को भी जल्द से जल्द दुरुस्त कराने की बात कही।
सहारा इंडिया में फंसे पैसे की वापसी कराने की मांग
विधायक ने मुख्यमंत्री को बताया कि सहारा इंडिया (Sahara India) सिमडेगा ब्रांच द्वारा ग्राहकों का 31 करोड़ 76 लाख रुपये दबाकर रखा गया है। सिमडेगा ब्रांच (Simdega Branch) में 7800 ग्राहक हैं।
इनका कुल 31 करोड़ 76 लाख रुपये वर्ष 2020 से ही फंसा हुआ है। इसे लौटाने को लेकर ब्रांच मैनेजर द्वारा सुस्ती बरती जा रही है। मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि सहारा इंडिया सिमडेगा ब्रांच ग्राहकों को पैसा लौटाए। शहर की तर्ज पर अब गांवों को भी स्मार्ट बनाने की मांग की।
विधायक ने कहा कि आज के समय में ज्यादा गरीबी गांव में ही है। शहर के गरीबों तक तो सरकार, प्रशासन, एनजीओ, समाजसेवी, नेता आदि पहुंच कर सहयोग करते हैं, पर गांव में रहने वाले गरीबों की सुध लेने वाला कोई नहीं।
विधायक ने कहा कि अब शहर की तरह गांवों को भी स्मार्ट बनाने की पहल करें। ग्रामीणों को बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं भी दी जाये। लोगों के कौशल विकास के लिए विशेष व्यवस्था की जाये।
चिकित्सकों की कमी दूर करने की मांग
भूषण बाड़ा ने बताया कि हाल ही में चिकित्सकों (Physicians) के तबादले में सिमडेगा जिले को विभाग द्वारा एकदम से दरकिनार कर दिया गया है।
विभाग द्वारा की गयी ट्रांसफर-पोस्टिंग (Transfer Posting) में सिमडेगा के कुल 10 चिकित्सक हटाये गये हैं, जबकि मात्र चार चिकित्सक ही सिमडेगा भेजे गये हैं।
इससे चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों की भारी कमी हो गयी है। ऐसे में जिलेवासियों को सरकारी अस्पतालों (Government Hospitals) में बेहतर चिकित्सीय सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले में चिकित्सकों के कुल 114 रिक्त पद हैं। मात्र 24 चिकित्सक ही पदस्थापित हैं। Chief Minister ने भी सभी समस्याओं को दुरुस्त कराने का आश्वासन दिया।