रांची: अपराध अनुसंधान विभाग (CID) ने एक करोड़ 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले (Fraud Case) में तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार साइबर अपराधियों (Cyber Criminals) में बोकारो निवासी नीरज कुमार पांडेय, रांची के गाड़ी गांव निवासी अशोक कुमार और तमिलनाडु के मोहम्मद काजिम शामिल है। इनके पास से पांच मोबाइल फोन, चार पीओएस मशीन और 15 ATM शामिल हैं।
CID DG अनुराग गुप्ता (CID DG Anurag Gupta) ने गुरुवार को CID मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि CID के साइबर क्राईम थाना में कोल्हापुर RBL बैंक के मुख्य कार्यालय के पंकज भगत के लिखित आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
दर्ज प्राथमिकी में नीरज कुमार पाण्डेय और अज्ञात विदेशी खाता धारक एवं अन्य अज्ञात साईबर अपराधकर्मी के खिलाफ एक करोड़ 10 लाख रूपए की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया था।
विदेशी बैंक के खातों से काफी बड़े-बड़े रकम हस्तांतरण होने लगा
DG ने बताया कि मामले के प्राथमिकी आरोपित नीरज कुमार पाण्डेय की ओर से क्रेडिट कार्ड आरबीएल बैंक से लेने के लिए आवेदन किया गया।
बैंक की ओर उसे खाता के माध्यम से क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध करायी गयी थी। प्रारंभ में बैंक की ओर से नीरज कुमार पाण्डेय की खाता स्थिति के आधार पर एक लाख रुपया का क्रेडिट लिमिट निर्धारित की गयी थी।
इसके बाद नीरज कुमार पाण्डेय (Neeraj Kumar Pandey) के खाते में विदेशी बैंक के खातों से काफी बड़े-बड़े रकम हस्तांतरण होने लगा। उक्त खाता में धनराशि देखते हुए नीरज कुमार पाण्डेय के उक्त खाते का क्रेडिट समय-समय पर बढ़ायी जाती रही जो एक करोड दस लाख बीस हजार 570 रुपया निर्धारित कर दी गयी।
तीन साईबर अपराधी गिरफ्तार
इसके बाद नीरज कुमार पाण्डेय की ओर से अल्पावधि में क्रेडिट कार्ड का उक्त सम्पूर्ण लिमिट को अन्य साथियों के साथ मिलकर विभिन्न POS मशीन के माध्यम से उपयोग कर लिया गया।
इस सूचना का तकनीकी रुप से जांच करने में संलिप्त साईबर अपराधी को चिन्हित किया गया, इसके बाद तीन साईबर अपराधी (Cyber Criminals) को गिरफ्तार किया गया।