रामगढ़: ऐसे Brave Sons (वीर सपूतों) को जन्म देने वाले परिजनों को मेरा नमन है। शहीद जवानों (Martyred Soldiers) के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता।
21 अक्टूबर, 1959 को भारत-चीन युद्ध के (India China War) दौरान पैरामिलिट्री फोर्स के जवान शहीद (Paramilitary Force Jawans Martyred) हुए थे।
उन्हीं के याद में पुलिस संस्मरण दिवस के (Police Remembrance Day) रूप में मनाया जाता है। यह बातें शुक्रवार को पुलिस लाइन में आयोजित संस्मरण दिवस परेड को संबोधित करते हुए SP पीयूष पांडे ने कही।
सर्वोच्च बलिदान देने वाले झारखंड के आरक्षी
उन्होंने कहा कि लाइन ऑफ ड्यूटी में (Line of Duty) अपना सर्वोच्च बलिदान देने (Ultimate Sacrifice) वाले झारखंड के आरक्षी 1531 ठाकुर हेम्ब्रोम और आरक्षी 725 शंकर नायक सहित देश के 264 शहीदों जवानों को मेरा नमन और श्रद्धांजलि है।
जवानों ने देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान निछावर कर दी और देश को असामान्य खतरों से बचाया था। उन्हें भुलाया नही जा सकता।
आरक्षी सुधीर सिंह को SP ने प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
इस दौरान SP पीयूष पांडे ने गांधी जयंती के दिन दामोदर नदी में तेज धार बाह रही पुर्णिमा नामक युवती को नदी से बचाकर बाहर निकालने वाले आरक्षी सुधीर सिंह को SP ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
साथ ही पुलिस कर्मियों का हौसला अफजाई भी किया।
शहीद संस्मरण दिवस पर ये थे उपस्थित
मुख्यालय DSP संजीव मिश्रा, SDPO किशोर कुमार रजक, इंस्पेक्टर विपिन कुमार, गोला पुलिस निरीक्षक राजेश कुमार, रामगढ़ थाना प्रभारी सुशील कुमार, रजरप्पा थाना प्रभारी विद्याशंकर, भदानीनगर ओपी प्रभारी दुर्गा शंकर मंडल, पतरातू थाना प्रभारी गौतम कुमार, बासल थाना प्रभारी अमर शुक्ला, बरकाकाना ओपी प्रभारी विनय कुमार, भुरकुंडा ओपी प्रभारी बलवंत दुबे, कुजू ओपी प्रभारी धनंजय प्रसाद, महिला थाना प्रभारी मेंजारी बिरवा, सब इंस्पेक्टर रघु राय कोटवार, संतोष कुमार, प्रभात कुमार, नवीन कुमार, पुलिस एसोसिएशन के सचिव उमेश शर्मा, उपाध्यक्ष भूतनाथ मुंडा, कोषाध्यक्ष विश्वामित्र सिंह, संयुक्त सचिव शंभू दास, पुलिस मेंस एसोसिएशन के लव कुश मेहता, दिनेश कुमार, सुमन साव, राजू रविदास सहित कई पुलिसकर्मी उपस्थित थे।