रांची: नगर निकायों (Municipal Bodies) के पिछले चुनाव (Election) का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। नया चुनाव अभी निकट भविष्य (Future) में नहीं दिख रहा है।
सभी नगर निकाय एक प्रकार से जनप्रतिनिधियों (Public Representatives) से खाली हैं। जनता का जो काम डायरेक्ट पार्षद करते थे, वह सारी जिम्मेदारी नगर निगम को दे दी गई है, इसलिए जनता की परेशानी बढ़ गई है।
हर काम के लिए परेशानी होने पर शिकायत करने का माध्यम बदल गया है। नगर निगम का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
इस तरह जनता जल रही परेशानी
बताया जाता है कि कंट्रोल रूम में शिकायतों का लोड भी बढ़ गया है। इसमें डोर टू डोर, पानी की समस्या से लेकर जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र (Birth Certificate) को लेकर शिकायतें आ रही हैं।
काम का लोड बढ़ने के कारण नगर निगम (Municipal Council) में जन्म-मृत्यु के आवेदन भी लेना बंद कर दिया गया है। इस वजह से लोग काफी परेशान हैं। नगर निगम लोगों को इंतजार करने को कह रहा है।
काम पटरी पर आने की स्थिति बताई जा रही है। पानी के टैंकर (Tanker) के लिए कॉल करने पर भी पर्याप्त सप्लाई नहीं हो रही है। कचरा नहीं उठाने की शिकायत कंट्रोल रूम में हो रही है। शिकायत के बाद भी कचरा उठाने का काम समय पर नहीं हो पा रहा है।