रांची: नक्सल प्रभावित खूंटी जिला बल में तैनात सब इंस्पेक्टर मनोज कश्यप (Inspector Manoj Kashyap) को SP की अनुशंसा पर बर्खास्त कर दिया गया है।
कच्छप पर 25 लाख के इनामी PLFI सुप्रीमो दिनेश गोप (Supremo Dinesh Gope) से सांठगांठ और पुलिस गतिविधि की सूचना देने का आरोप लगा था। जांच के उपरांत आरोप सही पाए जाने पर रेंज के DIG के आदेश पर यह कार्रवाई पुलिस नियमावली के तहत की गई है।
विभाग में बने रहना पुलिस के लिए घातक
विभागीय रिपोर्ट के अनुसार, ऐसी परिस्थिति में आरोपी मनोज कच्छप के विभाग में बने रहने से सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस के लिए घातक है।
इससे अभियान में जाने वाले पुलिसकर्मियों के जान-माल का भारी क्षति होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। आरोपी द्वारा इस प्रकार का किया गया कार्य उसकी कर्तव्यहीनता, निष्ठाहीनता, आचरणहीनता पुलिस विभाग (Misconduct Police Department) के साथ धोखेबाजी एवं एक अयोग्य पुलिस पदाधिकारी का द्योतक है।
आरोपी द्वाराएक अनुशासनिक विभाग (Disciplinary Department) के पदाधिकारी रहने के बाबजूद विभाग की स्थापित मर्यादा के प्रतिकूल आचरण किया गया है। इसलिए उसका विभाग में बने रहना सही नहीं है।
विभागीय कार्यवाही में लगे आरोप के लिए आरोपी सब इंस्पेक्टर मनोज कच्छप (Inspector Manoj Kachchp) को दोषी पाकर तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किया जाता है।