नई दिल्ली: ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे (Horrific Train Accident) पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल (Pawan Bansal) ने सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि आज रेलवे का सिस्टम इतना विकसित है कि अगर कोई ट्रैक पर हादसा हुआ है, तो तुरंत स्टेशन पर मौजूद Display में स्टेशन मास्टर सहित अन्य अधिकारी कर्मचारियों को इसकी जानकारी पता लगती है।
ट्रेक पर अगर कोई जानवर भी आता है तो इसकी जानकारी मिलती है। फिर जब किसी ट्रेन के डिब्बे (Train Coaches) पटरी से उतरे हैं तो इसकी जानकारी क्यों नहीं मिली।
मृतकों के परिजन और घायलों को तत्काल आर्थिक सहायता मुहैया कराए सरकार
पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल कहा कि ओडिशा के बालासोर जिले में बहानागा रेलवे स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त (Coromandal Express Train Accident) होने का समाचार दुखद है।
मुझे यह याद नहीं कि इससे पहले देश में तीन ट्रेन दुर्घटना हुई हैं। केंद्र सरकार को तत्काल प्रभाव से मृतकों के परिजन और घायलों को आर्थिक सहायता मुहैया करवानी चाहिए। यहीं नहीं इस घटना की एक उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
ऐसे कैसे हो गई दुर्घटना?
पवन बंसल (Pawan Bansal) ने कहा कि अभी इस हादसे पर कुछ कहना बहुत जल्दबाजी होगी। क्योंकि अभी तक इन तीनों ट्रेनों के सीक्वेंस सही मायने में पता नहीं लग पा रहे हैं।
यह भी हो सकता है कि किसी एक ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरकर बगल के ट्रेक पर पलटे ही होंगे। इतनी देर में दूसरी ट्रेन उस ट्रेक पर आ गई होगी, जिससे हादसा हो गया।
सोचने वाली बात यह है कि अगर किसी ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरे तो वह कैसे। क्योंकि किसी यात्री ट्रेन के डिब्बों का पटरी से उतरने का विषय बहुत की गंभीर श्रेणी में आता है।
एक सवाल यह भी है कि जो ट्रेन पटरी से उतरी है, क्या वहां ट्रेक गड़बड़ था या फिर ट्रेन के पहिए में कोई दिक्कत थी। या कोई मेंटेनेंस (Maintenance) का काम चल रहा था। क्योंकि किसी एक ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरे हैं, उसी के बाद ये हादसा हुआ है।
पवन बंसल ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल (Railway Minister Pawan Bansal) ने कहा कि दूसरी बात यह भी है कि आज रेलवे का सिस्टम इतना विकसित है कि अगर कोई ट्रैक पर हादसा हुआ है, तो तुरंत स्टेशन पर मौजूद डिस्प्ले में स्टेशन मास्टर सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी को इसकी जानकारी पता लगती है।
ट्रेक पर अगर कोई जानवर भी आता है तो इसकी जानकारी मिलती है। फिर जब किसी ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरे हैं तो इसकी जानकारी क्यों नहीं मिली। रेलवे को इस मामले में उच्च स्तरीय जांच (High level Investigation) बैठानी चाहिए।