पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने रविवार को कहा कि बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर उम्र का असर दिखने लगा है और साथ ही वह उन लोगों से घिरे होने के कारण “राजनीतिक रूप से अलग-थलग” महसूस कर रहे हैं, जिन पर उन्हें भरोसा नहीं है।
कुमार (71) ने एक दिन पहले किशोर के बारे में कहा था कि वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए काम कर रहे हैं और एक बार उन्होंने उन्हें JDU का कांग्रेस (Congress) में विलय करने की सलाह दी थी।
किशोर ऐसी बातें करते रहते हैं, जिनका कोई मतलब नहीं होता
किशोर ने कहा, “नीतीश कुमार पर धीरे-धीरे उम्र का असर दिखने लगा है। वह घबराए हुए दिखते हैं।”
किशोर पेशेवर रूप से और पार्टी में शामिल होकर भी कुमार के साथ काम कर चुके हैं। फिलहाल वह बिहार की 3,500 किलोमीटर लंबी ‘पदयात्रा’ पर हैं। किशोर ने कहा कि वह ऐसी बातें करते रहते हैं, जिनका कोई मतलब नहीं होता।
उन्होंने एक वीडियो में कहा, “कुमार जब बोलना शुरू करते हैं, तो कहना कुछ चाहते हैं और बोल कुछ देते हैं। अगर उनको लगता है कि मैं भाजपा (BJP) के लिए काम कर रहा हूं तो मैं उन्हें ऐसा सुझाव क्यों दूंगा, जिससे कांग्रेस मजबूत हो।”
‘डिलूशनल’ नीतीश कुमार पर बिलकुल सही बैठता है
उन्होंने कहा, “अंग्रेजी का शब्द ‘डिलूशनल’ (Dilutional) नीतीश कुमार पर बिलकुल सही बैठता है। वह राजनीतिक रूप से अलग-थलग महसूस कर रहे हैं क्योंकि वह उन लोगों से घिरे हुए हैं जिन पर उन्हें भरोसा नहीं है।
इससे वह भयभीत हो गए हैं और घबराहट में ऐसी बातें कहते रहते हैं जिनका कोई मतलब नहीं होता।”