दुमका: दुमका में अंकिता हत्याकांड (Ankita murder case) को लेकर बुधवार को खूब हलचल दिखी। बुधवार को BJP के कई नेता अंकिता के घर पहुंचे। उसके परिजनों से मुलाकात की।
उन्हें ढांढ़स बंधाया। सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी के अलावा भाजपा नेता कपिल मिश्रा और पूर्व मंत्री लुईस मरांडी (Louise Marandi) ने अंकिता के पिता संजीव सिंह को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
परिजनों को सहायता राशि के रूप में 28 लाख रुपए भी दिये। भाजपा नेताओं ने परिजनों से मुलाकात के क्रम में पूरी घटना की जानकारी ली।
अंकिता के परिजनों से भेंट के दौरान भाजपा नेताओं ने इस मामले को लेकर प्रदेश में कानून व्यवस्था (Law and order) पर सवाल उठाया। अंकिता के परिजनों ने उन्हें जानकारी दी कि अंकिता को पड़ोस में ही रहनेवाला शाहरूख काफी समय से परेशान कर रहा था।
अंकिता 12 वीं कक्षा की छात्रा थी। शाहरूख ने कहीं से अंकिता का नंबर हासिल कर लिया था। तभी से वह एकतरफा प्यार में अंकिता पर दोस्ती करने का दबाव डाल रहा था।
अंकिता जब राजी नहीं हुई और उसे झिड़का तो शाहरुख ने आपा खो दिया और धमकी दी कि अगर कहा कि उसकी बात नहीं मानने पर वह उसे मार डालेगा।
इसके बाद 23 अगस्त की सुबह घर में सो रही अंकिता पर शाहरूख ने खिड़की से उस पर पेट्रोल फेंक दिया। जब तक वह कुछ समझ पाती, आरोपी ने माचिस जला कर आग लगा दी। बाद में 27 अगस्त को RIMS में अंकिता की मौत हो गई।
अंकिता मर्डर केस की जांच लव-जिहाद के एंगल से होः कपिल मिश्रा
दिल्ली से दुमका पहुंचे भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने परिजनों से मिल सांत्वाना देते हुए दुःख की इस घड़ी में हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार की संवेदना मर चुकी है।
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अभी तक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके भाई विधायक बसंत सोरेन क्यों नहीं पीड़ित परिवार की सुधी ली। पूरे दुनिया से अंकिता के प्रति संवेदन प्रकट किया जा रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री को अब तक समय नहीं मिला।
राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं : निशिकांत दूबे
गोड्डा सांसद Nishikant Dubey ने कहा कि दुमका में हैवानियत की घटना सामने आयी है। यह हैवानियत हिन्दू-मुस्लिम का नहीं है। यह देश तोड़ने वाली शक्तियां है।
उन्होंने कहा कि आदिवासी हो या अन्य समुदाय की महिलाएं सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि इस केस को अंतिम मुकाम तक पहुंचायेंगे।
सिर्फ अंकिता की हत्या नहीं, इंसानियत की हुई है हत्याः मनोज तिवारी
Manoj Tiwari ने कहा कि पूरी घटना को देखते हुए मन पीड़ा से भर जा रहा है। पूरी बात सुनने के बाद ऐसा लग रहा है कि सिर्फ अंकिता की ही हत्या नहीं है, इंसानियत की भी हत्या हुई है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि वह सहायता क्या करेंगे, जो पीड़ित परिवार के साथ खड़ा भी नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि ऐसा अपराध करने वाले का रूह कांपे।