रांची: राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) ने कहा कि किसी भी राज्य की अर्थव्यवस्था (Economy) में उद्योगों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है।
उद्योग केवल रोजगार के साधन ही नहीं होते, बल्कि ये पलायन की समस्या का भी समाधान करते हैं। उन्होंने कहा कि World के बहुत से देशों में खनिज सम्पदा राष्ट्रीय आय (Mineral Wealth National Income) के प्रमुख स्रोत बने हुए हैं।
खनिज संपदा प्रकृति द्वारा किसी भी राष्ट्र व राज्य को दी गई बहुमूल्य उपहार
राज्यपाल शनिवार को PHD चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से होटल रेडिसन ब्लू (Hotel Radisson Blu) में आयोजित झारखंड माइनिंग (Jharkhand Mining) समिट को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल (Governor) ने कहा कि खनिज संपदा प्रकृति द्वारा किसी भी राष्ट्र और राज्य को दी गई बहुमूल्य उपहार है लेकिन यह एक बार उपयोग में आने के पश्चात ये लगभग समाप्त हो जाते हैं।
इसका सम्बन्ध हमारे वर्तमान एवं भविष्य के कल्याण से है। ऐसे में हमें इन संसाधनों का विवेकपूर्ण इस्तेमाल करने के साथ-साथ इनके संरक्षण की दिशा में भी ध्यान देने की आवश्यकता है।
खनिज संपदा का कुशलतापूर्वक उपयोग तभी कर पायेंगे
Governor ने कहा कि प्रकृति ने राज्य को खनिज की दृष्टि से अत्यंत समृद्धशाली बनाया है। यहां खनिज संपदाओं के विपुल भण्डार हैं। खनिज संसाधनों (Mineral Resources) की प्रचुरता के कारण राज्य की भूमि को ‘रत्नगर्भा कहा जाता है। राज्य में कोयला, अभ्रक, लौह अयस्क, तांबा, क्रोमाइट, यूरेनियम, बॉक्साइट, मैंगनीज, चूना पत्थर के समृद्ध भंडार हैं।
हम इन खनिज संपदा का कुशलतापूर्वक उपयोग तभी कर पायेंगे जब हमारी खनन पद्धतियाँ बेहतर और नवीन अनुसंधान पर आधारित हो। उन्होंने कहा कि खनन के क्षेत्र में Innovation को बढ़ावा देने की जरूरत है।
इस अवसर पर अबू बकर सिद्दीकी, Dr. संजय श्रीवास्तव, पीएम प्रसाद, सलिल कुमार, बीके झा, मंतोष सिंह, PHD चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री सहित विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि मौजूद थे।