पटना: बिहार में सोमवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के नौकरी की मांग को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान अभ्यार्थियों पर लाठियां बरसाने के मामला अब तूल पकड़ लिया है।
सरकार इस मामले को लेकर जांच के आदेश दिए हैं वहीं महागठबंधन के कुछ घटक दल सहित विपक्ष इस मामले को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा कर रही है।
Bihar के विभिन्न जिले के शिक्षक पात्रता परीक्षा CTET-STET पास अभ्यर्थी सोमवार को पटना पहुंचे थे और नियुक्ति की मांग को लेकर डाक बंगला चौराहे पर हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार और मुख्यमंत्री (CM) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
Police ने जमकर लाठियां भांजी
इधर, पुलिस प्रशासन (Police Administration) ने इन अभ्यर्थियों को हटाने की कोशिश की, लेकिन वे कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। इसके बाद Police ने जमकर लाठियां भांजी।
इसी क्रम में तिरंगा लिए एक प्रदर्शनकारी को ADM विधि व्यवस्था के के सिंह द्वारा लाठी से बुरी तरह पीटा गया तथा कई पत्रकारों और कैमरामैनों को धक्का दे दिया। इसके बाद यह तस्वीर Social Media पर Viral हो गई।
इस मुद्दे के गरमा जाने के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) ने पटना जिलाधिकारी से बात की और मामले में जांच करवाने के निर्देश दिए।
पटना जिलाधिकारी ने पटना मध्य पुलिस अधीक्षक और उप विकास आयुक्त के नेतृत्व में एक जाँच कमिटी गठित कर दी। कमिटी (Committee) को दो दिनो में रिपोर्ट देने को कहा गया है।
धरना प्रदर्शन व जुलूस पर अगले तीन दिनों तक रोक लगा दी
तेजस्वी ने कहा कि Bihar के सभी युवा, छात्र-छात्राएँ व अभ्यर्थी जिन्होंने अभी तक लंबा इंतजार किया है, उनसे हमारी अपील है कि आप सब थोड़ा धैर्य बनाए रखें। रोजगार और नौकरी की दिशा में हम लोग काम कर रहे हैं।
इधर, जिला प्रशासन ने डाक बेगला चौराहे, गांधी मैदान, बेली रोड, बोरिंग रोड सहित कई जगहों पार धरना प्रदर्शन और जुलूस पर अगले तीन दिनों तक के लिए रोक लगा दी।
इस बीच, राज्य के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने संभावना जताते हुए कहा कि यह BJP का साजिश प्रतीत हो रही है। जिस ढंग से हाथ में तिरंगा लेकर प्रदर्शन किया गया वह शिक्षक अभ्यर्थी नहीं हो सकते। इधर, सरकार को बाहर से समर्थन दे रही पार्टी भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने 7 वें चरण की शिक्षक बहाली का Notification जारी करने की मांग पर उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के प्रदर्शन पर बर्बर लाठीचार्ज की निंदा की है।
उन्होंने कहा कि पुरानी सरकार की तर्ज पर महागठबन्धन की सरकार न चले। रोजगार का सवाल Bihar के लाखों नौजवानों का तात्कालिक मुद्दा है, इसलिए सरकार (Government) को गम्भीरता दिखलाते हुए युवाओं के साथ वार्ता का रास्ता अपनाना चाहिए और उनकी मांगों को सुनना चाहिए।
BJP के वरिष्ठ नेता और सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति में विलम्ब के लिए CM नीतीश कुमार सीधे जिम्मेदार हैं।
नीतीश सरकार ने नौकरी मांगने वाले छात्रों की पिटाई करायी
मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार 15 साल से मुख्यमंत्री (CM) हैं और शिक्षा विभाग लगातार उनकी पार्टी JDU के पास रहा, इसलिए उन्हें अपनी नाकामी स्वीकार करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि छात्रों की जायज मांग को अविलम्ब पूरा करने के बजाय नीतीश सरकार ने नौकरी मांगने वाले छात्रों की पिटाई करायी। जिस ADM ने यह बर्बरता की, उसे निलम्बित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि Tejashwi Prasad Yadav ने कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा कर युवाओं से Vote लिये थे, लेकिन महागठबंधन सरकार की तीन कैबिनेट बैठकों के बाद भी किसी को नौकरी नहीं मिली।
Modi ने पूछा कि RJD ने अपने घोषणा-पत्र में समान काम- समान वेतन का जो वादा किया था, उसका क्या हुआ?