रांची: झारखंड वैश्य मोर्चा तीन जून को राजभवन (Raj Bhavan) के समक्ष धरना-प्रदर्शन करेगा। यह निर्णय रविवार को मोर्चा की कोर कमिटी की बैठक में लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहू ने की। बैठक में चर्चा एवं विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से चार प्रस्ताव पारित किये गये।
इस संबंध में महेश्वर साहू ने बताया कि जो प्रस्ताव पारित किए गए हैं, उसमें बजरा गांव के वैश्यों की जमीन में गडबड़ी करने वाले रांची के उपायुक्त छवि रंजन को तत्काल निलंबित किया जाए और उस पर केस दर्ज किया जाये।
रांची के बरियातू में भुईंहरी जमीन पर अवैध रूप से बने पल्स अस्पताल, रामप्यारी अस्पताल एवं सभी शो-रूम, दुकान, भवन को तुरंत सील ही नहीं, बल्कि ध्वस्त किया जाये।
इनका नक्शा पास करने वाले नगर निगम तथा कागजात तैयार करने वाले भू-राजस्व विभाग के अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाये। साथ ही इन भवनों के निर्माण में ऋण देने वाली बैंकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
पूरे प्रदेश से एक सौ चुने प्रतिनिधि शामिल होंगे
राज्यसभा चुनाव में चूंकि एक सीट वैश्य नेता महेश पोद्दार की खाली हो रही है। इसलिए भाजपा नेतृत्व से मांग की जाती है कि या तो महेश पोद्दार को पुनः रिपीट किया जाये या फिर किसी वैश्य नेता को ही टिकट देने सहित अन्य शामिल है।
उन्होंने बताया कि अपनी मांगों को लेकर तीन जून को राज भवन के सामने जनाक्रोश धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। छह जून को दिल्ली जाकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री को उपरोक्त मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा जाएगा।
30 जून को रामगढ़ में एक दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पूरे प्रदेश से एक सौ चुने प्रतिनिधि शामिल होंगे।
बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष हीरानाथ साहू, वरीय उपाध्यक्ष अश्विनी कुमार साहू, केंद्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मण साहू, परशुराम प्रसाद आदि उपस्थित थे।