रांची: अपराध अनुसंधान विभाग (CID) के साइबर क्राइम थाना ने लाखों की ठगी करने के मामले में दो साइबर अपराधियों (Cyber criminals) को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार अपराधियों में जामताड़ा निवासी विष्णु गोराई और देवघर निवासी नारायण कुमार शामिल है। इनके पास से तीन मोबाइल फोन ,चार सिम कार्ड,23 गैलन जब्त डीजल जार और Smart fleet card से संबंधित चंद्रवंशी पेट्रोल पंप का तीन लाख का Diesel खरीद का रसीद बरामद किया गया है।
पम्प से तेल लेकर स्थानीय क्षेत्रों में अवैध बिक्री कर प्राप्त नगद राशि का आपस में बंटवारा कर लेते है
CID SP एस कार्तिक ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press conference) में बताया कि अरगोड़ा निवासी रतन लाल गुप्ता ने साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी ।
दर्ज प्राथमिकी में बिजली बिल का भुगतान किए जाने का झांसा देकर क्विक सपोर्ट एप इंस्टॉल करवाते हुए तीन लाख 269 रुपए का अवैध निकासी कर लेने का आरोप लगाया गया था।
SP ने बताया कि मामले में साईबर अपराधियों द्वारा भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (Bharat Petroleum Corporation Limited) के खागा थाना अंतर्गत चंद्रवंशी पेट्रोल पम्प के मालिक के मिली भगत से स्मार्ट फ्लीट कार्ड का प्रयोग कर किसी भी वाहन के नाम पर तेल बिक्री के एवज में साईबर अपराध के अंतर्गत प्राप्त राशि को अंतरित कर नामांकित वाहन को तेल न देकर साईबर अपराधियों के द्वारा गैलन में पम्प से तेल लेकर स्थानीय क्षेत्रों में अवैध बिक्री (Under the counter) कर प्राप्त नगद राशि का आपस में बंटवारा कर लेते है।
साईबर ठगी के राशि के बढ़ने की आशंका
SP ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में संलिप्तता के बिंदु पर अनुसंधान करते हुए दो साईबर अपराधी (Cyber criminals) को गिरफ्तार किया गया।
साथ ही इस मामले में देवघर के चंद्रवंशी ऑयल सेंटर, बगदाहा मोड़, पेट्रोल पम्प मैनेजर टींकू रवानी के बिन्दु पर हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने बताया कि पेट्रोल पम्प से माह मई-जून (वर्ष 2022 ) में साईबर ठगी से संबंधित कुल 62 लाख रूपये देशभर के विभिन्न राज्यों की पुलिस द्वारा प्राप्त सूचनाओं के माध्यम से ठगी की जानकारी अब तक प्राप्त हुई है, अनुसंधान पश्चात उक्त साईबर ठगी (Cyber fraud) के राशि के बढ़ने की आशंका है।