रांची: झारखंड की बदतर होते जा रहे शिक्षा के स्तर को सुधारने किे लिए राज्य सरकार (State government) हर तरह के जतन करने में जुट गई है। इसके लिए तो शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahato) लगातार विभिन्न जिलों का खुद से दौरा कर हालात को जान रहे हैं।
लेकिन अब सरकार ने इसमें स्थायी सुधार के लिए बड़ा कदम उठाया है। इसके लिए सरकार जल्द ही 50 हजार शिक्षकों की नियुक्ति करने वाली है।
बोकारो के शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान पिंड्राजोरा (Training Institute Pindrajora) में 100 बेड के छात्रावास निर्माण का शिलान्यास करने पहुंचे शिक्षा ने इसकी घोषणा की है।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि साल 2024 में सहायक शिक्षक को हम सौगात देने जा रहे हैं। शिक्षक बस अपने कर्तव्य का निर्वहन दिल से करें।
शिक्षण संस्थानों में कोताही बरतने वाले शिक्षकों (Teachers) को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। बता दें कि सुदूर क्षेत्रों के स्कूलों में तो शिक्षा का स्तर काफी ही दयनीय है। शिक्षक तक सही से नहीं पढ़ा पा रहे हैं। ऐसे में सरकार अच्छे शिक्षकों को रखने का विचार कर रही है।
आदर्श छात्रावास के रूप में दिलायेंगे पहचान
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि बंगाल सीमा में अवस्थित इस शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान में प्रदेश के सभी जिलों से प्रशिक्षु आते हैं।
इन सभी प्रशिक्षुओं की असुविधाओं को देखते हुए सरकार ने यहां और सौ बेड के छात्रावास निर्माण (Hostel construction) का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस छात्रावास को प्रदेश का आदर्श छात्रावास के रूप पहचान दिलाने के लिए सरकार सभी सुविधा उपलब्ध करायेगी।
पिंड्राजोरा के ग्रामीणों ने प्रखंड की मांग को भी शिक्षा मंत्री के समक्ष रखा। बहरहाल, सरकार इस नियुक्ति को शिक्षा में सुधार लाने का जरिया मान रही है, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि सरकार जिस वेतनमान पर शिक्षकों को रखेगी क्या वे उसी गुणवत्ता से पढ़ा पाएंगे।
क्योंकि लगातार बढ़ती महंगाई के चलते कम वेतन पर कोई भी बेहतर काम नहीं कर रहा है।ऐसे में सरकार के सामने ये भी चुनौती होगी कि क्वालिटी वाले शिक्षकों को स्कूलों से कैसे जोड़ा जाए। हालांकि इस इतनी बड़ी नियुक्ति केवल चुनावी लॉलीपोप (Election lollipop) ही माना जा रहा है।