नई दिल्ली: संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने मंगलवार को लाखों लोगों को उनके खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने में मदद करने के उद्देश्य से संचार साथी पोर्टल (www sancharsathi dot gov dot in) लॉन्च किया।
इस पोर्टल (Portal) की मदद से उपयोगकर्ता अपने सिम कार्ड नंबर तक भी पहुंच सकते हैं और अगर किसी को मालिक की ID के जरिए Sim का उपयोग करते हुए पाया जाता है तो उसे ब्लॉक कर सकते हैं।
लॉन्च पर अपने संबोधन में वैष्णव ने कहा कि तीन सुधार – CEIR (Central Equipment Identity Register), नो योर मोबाइल कनेक्शन और ASTR (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड फेशियल रिकॉग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन फॉर टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर वेरिफिकेशन) पेश किए गए हैं।
मंत्री ने कहा…
CEIR चोरी/खोए हुए मोबाइल को ब्लॉक करने के लिए है, जबकि अपने मोबाइल कनेक्शन (Mobile Connection) को जानने के लिए आपके नाम पर पंजीकृत मोबाइल कनेक्शन को जानना है और ASTR धोखेबाज ग्राहकों की पहचान करने में मदद करेगा।
मंत्री ने कहा कि मोबाइल फोन (Mobile Phone) के दुरुपयोग से पहचान की चोरी, जाली KYC, बैंकिंग धोखाधड़ी जैसी विभिन्न धोखाधड़ी हो सकती है।
उन्होंने कहा, इस तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए इस पोर्टल को विकसित किया गया है। उपयोगकर्ता सुरक्षा भी दूरसंचार विधेयक के मसौदे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मंत्री ने कहा, संचार साथी पोर्टल का उपयोग करके 40 लाख से अधिक फर्जी कनेक्शनों (Bogus Connections) की पहचान की गई है और 36 लाख से अधिक कनेक्शन अब तक काटे जा चुके हैं।
IMEI नंबर बदलने पर भी ट्रैक हो सकेगा फोन
अभी क्रिमिनल्स (Criminals) ज्यादातर मोबाइल चोरी करने के बाद Device का IMEI नंबर बदल देते हैं, जिसके कारण मोबाइल ट्रैक या ब्लॉक नहीं हो पाता था। राजकुमार उपाध्याय ने बताया कि ये पोर्टल IMEI नंबर बदलने के बाद भी Device को ट्रैक और ब्लॉक कर सकेगा।
पोर्टल की मदद से बरामद हुए 8000 फोन
मीडिया रिपोर्ट (Media Report) के अनुसार, अब तक इस पोर्टल की माध्यम से 4.70 लाख खोए या चोरी हुए मोबाइल को Block किया जा चुका है। इसके साथ ही 2.40 लाख से अधिक मोबाइल को ट्रैक किया गया है।
जबकि, 8000 फोन को पोर्टल की मदद से बरामद भी किए गए हैं। हाल ही में, कर्नाटक पुलिस (Karnataka Police) ने पोर्टल की मदद से 2500 से अधिक गुम हुए मोबाइल को बरामद कर ओनर को सौंप दिया है।