नई दिल्ली: निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी जेट एयरवेज (Jet Airways) एक बार फिर उड़ान भरने के लिए तैयार है। कंपनी ने टेक प्लेटफार्म के रूप में IBS Software का चयन किया है।
बताया गया है कि यह कंपनी जेट एयरवेज के लिए टेक्नोलोजी भागीदार का काम करेगी। इससे इस विमानन कंपनी को पैसेंजर बुकिंग से लेकर इंवेंट्री मैनेजमेंट, रेवेन्यू मैनेजमेंट, डिपार्चर कंट्रोल सिस्टम, लायलटी मैनेजमेंट आदि में मदद मिलेगी।
जालान-कलरॉक (Jalan-Colorrock) कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज को फिर से शुरू करने के लिए अगले महीने का वक्त चुना है।
जेट एयरवेज के सीईओ संजीव कपूर और आईबीएस के सीईओ आनंद कृष्णन की तरफ से जारी एक संयुक्त बयान के अनुसार उसका कामर्शियल आपरेशन सितंबर 2022 में शुरू हो जाएगा।
नौकरी गई तो अपना घर चलाने के लिए सभी कहीं न कहीं इंगेज हो गए
आपरेशन शुरू करने से पहले कंपनी का न्यू-जेनेरेशन वेबसाइट, मोबाइल ऐप भी शुरू किया जाना है। इसी के लिए IBS Software का चयन किया है। यह जेट एयरवेज के लिए कई प्रकार के टेक प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा।
प्रौद्योगिकी भागीदार के रूप में, आईबीएस सॉफ्टवेयर यात्री सेवा प्रणालियों (पीएसएस) में बुकिंग, इन्वेंट्री और राजस्व प्रबंधन, प्रस्थान नियंत्रण प्रणाली, लायलिटी मैनेजमेंट के साथ-साथ एक नवीनतम पीढ़ी की वेबसाइट और मोबाइल ऐप में अत्याधुनिक क्षमताएं प्रदान करेगा।
जेट एयरवेज के विमान फिर से उड़ान भर सके, इसके लिए दो महीने पहले ही नियुक्ति शुरू हो गई है। कंपनी ने अपने Cabin Crew के पुराने सदस्यों को फिर से जुड़ने को आमंत्रित किया है।
हालांकि देखने लायक बात यह है कि जेट एयरवेज के पुराने लोग कितनी संख्या में इससे जुड़ पाते हैं। क्योंकि जब उनकी नौकरी गई तो अपना घर चलाने के लिए सभी कहीं न कहीं इंगेज हो गए हैं।
विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने बीते 20 मई को एयरलाइन को वाणिज्यिक हवाई परिचालन बहाल करने की इजाजत दी थी।
जेट एयरवेज ने 17 अप्रैल 2019 को अपनी अंतिम उड़ान भरी
इससे पहले बीते पांच मई 2022 को जेट एयरवेज ने हैदराबाद से दिल्ली के लिए परीक्षण उड़ान भरी थी। जेट एयरवेज की यह उड़ान पूरे तीन साल बाद भरी गई थी। क्योंकि 2019 में कंपनी दिवालिया होने के चलते सेवाएं बंद कर दी गईं थीं।
यूं तो जेट एयवेज के प्रोमोटर तो Naresh Goyal थे। लेकिन प्रबंधन की नाकामियों की वजह से यह कंपनी बंद हो गई।
पुराने प्रबंधन के तहत जेट एयरवेज ने 17 अप्रैल 2019 को अपनी अंतिम उड़ान भरी थी। इसके बाद जेट एयरवेज का प्रमोटर जालान-कलरॉक कंसोर्टियम बन गया।
इसने जून 2021 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की निगरानी में हुई दिवाला और समाधान प्रक्रिया में जेट एयरवेज की बोली जीती थी।