रांची: झारखंड की राजधानी रांची से होकर गुजरने वाले काशी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे (Kashi-Kolkata Expressway) को नेशनल हाईवे (NH) का दर्जा मिल गया। अब यह Expressway NH 319 B के नाम से जाना जाएगा।
इस संबंध में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (Union Ministry of Road Transport and Highways) ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
झारखंड की सीमा में 203 किलोमीटर
NH दर्जा मिलते ही इस Expressway के निर्माण की सभी बाधाएं भी दूर हो गई हैं। यह Expressway झारखंड को बिहार, UP और पश्चिम बंगाल से जोड़ेगा। यात्रा का समय भी कम हो जाएगा।
करीब 610 किलोमीटर लंबा यह Expressway झारखंड की सीमा में 203 किलोमीटर का होगा। इस हिस्से को छह खंड में विभाजित करके बनाया जाएगा। यह सड़क झारखंड में चतरा से शुरू होगी और धनबाद तक जाएगी।
वाराणसी के NH-19 से शुरू होगी या सड़क
मिली जानकारी के अनुसार यह सड़क झारखंड में धनबाद, बोकारो, रामगढ़, रांची, हजारीबाग, चतरा से गुजरेगी। वाराणसी के रेवासा गांव के निकट NH 19 से यह सड़क शुरू होगी।
चंदौली होते हुए बिहार के चांद में यह प्रवेश करेगी। चैनपुर, रामपुर, तिलौथू, कुटुम्बा, इमामगंज, संग्रामपुर होते हुए झारखंड के चतरा जिले के हंटरगंज में प्रवेश करेगी।
यहां से पत्थलगड़ा, सिमरिया, रांची होते हुए पश्चिम बंगाल में बगनान के निकट एनएच 16 पर जाकर यह सड़क समाप्त होगी। बिहार में यह सड़क 159किमी लंबी होगी जबकि झारखंड में इसकी लंबाई 203 किलोमीटर होगी।
साल 2026 तक पूरा होगा निर्माण कार्य
वर्ष 2026 तक इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है। कुल परियोजना पर 28 000 करोड़ से अधिक खर्च होगा। बिहार के औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास व गया जिले के लोगों को इसका सीधा लाभ होगा।
पूरी सड़क बन जाने से वाराणसी से कोलकाता की दूरी 14 घंटे के बदले मात्र सात घंटे में पूरी करने का दावा किया गया है। बिहार, यूपी, झारखंड व पश्चिम बंगाल के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। विशेषकर हल्दिया बंदरगाह (Haldia Port) तक मालों की आवाजाही का काम आसान हो जाएगा।