जिनेवा: मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) का मौजूदा प्रकोप मुख्य रूप से पुरुषों में सेक्स के जरिए फैल रहा है।
यह कहना है विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का। WHO ने चेतावनी दी है कि निगरानी बढ़ाने पर भी संक्रमण अधिक देशों में फैलने की संभावना है।
इसने आगे कहा कि मंकीपॉक्स के पुष्ट और संदिग्ध मामलों की पहचान, जिसका किसी स्थानिक क्षेत्र से कोई सीधा संबंध नहीं है, ‘एक अत्यधिक असामान्य घटना प्रतीत होती है’।
WHO के चेचक अनुसंधान (स्मॉलपॉक्स रिसर्च) को चलाने वाले रोसमंड लुईस (Rosamund Lewis) ने स्वास्थ्य निकाय के सोशल मीडिया चैनलों पर सवालों का जवाब देते हुए लाइव स्ट्रीम में कहा, “हमने पिछले पांच वर्षों में यूरोप में कुछ मामलों को केवल यात्रियों में देखा है, लेकिन यह पहली बार है जब हम कई देशों में एक ही समय में ऐसे लोगों के मामले देख रहे हैं जिन्होंने अफ्रीका (Africa) में स्थानिक क्षेत्रों की यात्रा नहीं की है।
“एक रिपोर्ट के अनुसार, डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों ने कहा कि वायरस स्वयं यौन संचारित संक्रमण नहीं है, जो आम तौर पर वीर्य और योनि तरल पदार्थ के माध्यम से फैलता है, बल्कि इसके मामलों में सबसे हालिया वृद्धि उन पुरुषों में पाई गई है जो अन्य पुरुषों के साथ यौन संबंध (Sexual Relations) रखते हैं। अधिकारियों (Officers) का कहना है कि मंकीपॉक्स (Monkeypox) किसी भी इंसान को अपनी चपेट में ले सकता है।
मंकीपॉक्स सेक्स से फैला, लेकिन यह STD नहीं
मंकीपॉक्स का वायरस आंख, नाक और मुंह के जरिए फैल सकता है। यह मरीज के कपड़े, बर्तन और बिस्तर को छूने से भी फैलता है।
इसके अलावा बंदर, चूहे, गिलहरी जैसे जानवरों के काटने से या उनके खून और बॉडी फ्लुइड्स (Body Fluids) को छूने से भी मंकीपॉक्स फैल सकता है। एक मरीज संक्रमण के 4 हफ्तों तक किसी व्यक्ति को इन्फेक्ट करने में सक्षम होता है।
WHO के एडवाइजर एंडी सील ने CNBC से बातचीत में कहा कि मंकीपॉक्स (Monkeypox) एक यौन रोग यानी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिसीज (Sexually Transmitted Diseases) नहीं है।
इसका मतलब कि यह सीमेन या वजाइनल फ्लुइड्स के जरिए नहीं फैलता है। हालांकि, सेक्स के दौरान संक्रमित व्यक्ति के करीब जाने से इस बीमारी के फैलने की संभावना बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, सर्दी-जुकाम STD नहीं है, लेकिन यह सेक्शुअल कॉन्टैक्ट (Sexual Contact) से फैल सकता है।
यूरोप में कई समलैंगिक पुरुष बीमार
फिलहाल ब्रिटेन और यूरोप में आ रहे ज्यादातर मामलों में ऐसे गे या बायसेक्शुअल पुरुषों (Bisexual Men) को मंकीपॉक्स हो रहा है, जो युवा हैं और जिनका अफ्रीकी देशों से कोई लेना-देना नहीं है।
स्पेन और पुर्तगाल के अधिकारियों के अनुसार, यहां सेक्शुअल हेल्थ चेकअप कराने आ रहे समलैंगिक पुरुषों में संक्रमण के पुष्टि हो रही है। वहीं, ब्रिटेन के डॉक्टर्स का मानना है कि अभी रोजाना मंकीपॉक्स के और मामले सामने आने की उम्मीद है।
फिलहाल ब्रिटेन, अमेरिका, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, बेल्जियम, नीदरलैंड्स, इजराइल, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में मंकीपॉक्स के केस सामने आए हैं।
मंकीपॉक्स की वैक्सीन के लिए प्री क्लीनिकल ट्रायल शुरू किए
मंकीपॉक्स के दुनिया में बढ़ते मामलों को देखते हुए अमेरिकी फार्मास्युटिकल कंपनी मॉडर्ना ने मंकीपॉक्स की वैक्सीन के लिए प्री क्लीनिकल ट्रायल शुरू कर दिए हैं। मंकीपॉक्स एक जूनोटिक वायरस (Zoonotic Virus) है जो जानवरों में फैलता है।
रिपोर्ट में आई नई जानकारी, WHO ने किया आगाह
- वायरस स्वयं यौन संचारित संक्रमण नहीं है, जो आम तौर पर वीर्य और योनि तरल पदार्थ के माध्यम से फैलता है।
- इसके मामलों में सबसे हालिया वृद्धि उन पुरुषों में पाई गई है जो अन्य पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं।
- मंकीपॉक्स किसी भी इंसान को अपनी चपेट में ले सकता है।
- मंकीपॉक्स को पहले भी यौन संचारित संक्रमण के रूप में वर्णित नहीं किया गया है, लेकिन यह सेक्स के दौरान सीधे संपर्क में आने से जरूर फैल सकता है।
- कई लोगों से यौन संबंध रखने वाले व्यक्ति से यौन गतिविधियों के दौरान इसकी संभावना अधिक हो जाती है।
- मंकीपॉक्स लोगों के बीच आसानी से नहीं फैलता है और विशेषज्ञों का कहना है कि यह खतरा कोरोनावायरस महामारी से तुलनीय नहीं है।
- डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मंकीपॉक्स वायरस उत्परिवर्तित (म्यूटेंट) हुआ है।
इस समूह के वायरस म्यूटेंट नहीं होते हैं और वे काफी स्थिर होते हैं।